विश्व हिंदी सम्मेलन के अवसर पर विशेष श्रृंखला
चला गया मॉरीशस की धरती का एक वयोवृद्ध हिंदी सेवक
हिंदी प्रचारिणी सभा ( जिसे प्रारंभ में तिलक विद्यालय के रूप में जाना जाता था ) के संस्थापक सदस्यों में से में से एक 105 वर्षीय लेखक श्री बृजलाल धनपत का मॉरीशस में होने वाले 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन से ठीक पहले 30 जुलाई 2018 को निधन हो गया है । वाशिनी शर्मा जी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार : - He has also been one of the writers in Hindi who contributed to the historical handwritten (manuscript) magazine named Durga (1934-1936) in 3 volumes from the Hindi Pracharini Sabha edited by Shri Suryaprasad Mungur Bhagat. He used to write as Vyas.
On his demise on 30 July 2018, this short interview (which i had with him on 07 September 2013 at his residence, Camp Fouqueraux, Mauritius) is a tribute this great soul who has somehow inspired many to write in Hindi ... इस अवसर पर विश्व के सभी हिंदी प्रेमियों की ओर से 'वैश्विक हिंदी सम्मेलन' मॉरीशस की धरती के हिंदी सेवक श्री बृजलाल धनपत जी को सादर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है। उन्हें शत-शत नमन ... उनकी स्मृति में प्रस्तुत है यह साक्षात्कार ... इस लक्ष्य के साथ की भावी पीढ़ी उनके महान योगदान को विस्मृत न कर पाए ... ।https://www.youtube.com/watch? v=ugfk5AEL050&feature=youtu.be &a=
वैश्विक हिंदी सम्मेलन, मुंबई
प्रस्तुत कर्ता : संपत देवी
मुरारका, विश्व वात्सल्य मंच
murarkasampatdevii@gmail.com
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
मो.: 09703982136
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