16 अगस्त, 2018 को प्रातः 11 बजे महात्मा गांधी संस्थान, मारीशस स्थित सुब्रह्मण्य भारती सभागार में संस्थान और साहित्यिक सांस्कृतिक शोध संस्था, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में संस्थान के हिंदी छात्रों के निमित्त एक विशिष्ट परिसंवाद (इंटरेक्टिव सेशन) आयोजित किया गया। 'रामतत्व और हमारा समय' विषयक इस परिसंवाद का उद्घाटन एमजीआई की निदेशक डॉ. विद्योत्तमा कुंजल ने किया और संचालन डॉ. ऋषभदेव शर्मा ने किया। छात्रों को संबोधित करने वाले विद्वानों में मारीशस के प्रो. हेमराज सुंदर, डॉ. अलका धनपत, डॉ. प्रीति हरदयाल और डॉ. विनय..... , भारत के प्रो. संत प्रसाद गौतम, प्रो. हरिमोहन और डॉ. प्रदीप कुमार सिंह तथा रूस के नादिया सिंह और डॉ. रामेश्वर सिंह आदि ने राम संस्कृति, हिंदी भाषा और भारत-मारीशस-संबंध पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम संयोजन में डॉ. सतीश कनोजिया और डॉ. सत्यनारायण ने सक्रिय भूमिका निभाई।
भारत से मारीशस आए साहित्यिक सांस्कृतिक शोध संस्था, मुंबई के प्रतिनिधि मंडल ने 16 अगस्त, 2018 को महात्मा गांधी संस्थान, मारीशस स्थित भाषा प्रयोगशाला, ग्रंथालय और अभिलेखागार का दौरा किया तथा मारीशस के इतिहास और संस्कृति के बारे में जानकारी हासिल की।
प्रस्तुति: डॉ.ऋषभदेव शर्मा
प्रस्तुत कर्ता : संपत देवी
मुरारका, विश्व वात्सल्य मंच
murarkasampatdevii@gmail.com
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
मो.: 09703982136
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