संस्कार धारा का दीपावली स्नेह मिलन
आयोजित
संस्कार धारा का दीपावली स्नेह मिलन
कार्यक्रम सुल्तान बाजार स्थित श्री नृसिंग मंदिर में आयोजित किया गया | इसमें लगभग
सौ महिलाओं ने भाग लिया | त्यौहारों को साथ मिलकर मनाने का आनन्द उठाया | संस्था
की संस्थापिका कलावती जाजू ने बताया कि त्यौहारों का हमारे जीवन में क्या महत्त्व
है | उन्होंने कहा कि भारत त्यौहारों का देश है | यहाँ त्यौहार अपने साथ एक सन्देश
लेकर आते हैं | दीपावली पर्व केवल दीपों का त्यौहार नहीं बल्कि, दीपों की यह
जगमगाती लौ हमारे अहंकार का विनाश कर प्रेम एवं सद्भावना, सुन्दर पवित्र विचार
उत्पन्न कर आदर्श जीवन बिताने का पर्व है | दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में कवयित्री
सम्मेलन का आयोजन किया गया |
इसमें भाग लेने वाली कवयित्रियाँ सुषमा
वैद, पुष्पा वर्मा, संपत देवी मुरारका, उमा देवी सोनी, सविता सोनी, तनुजा व्यास,
लीला बजाज, पूजा काबरा, शकुंतला चोकड़ा ने अपनी कविताओं द्वारा हास्य-व्यंग्य सहित
दीपावली पर्व की कवितायें पढ़कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया | संस्था द्वारा सभी को
स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया | संस्था की ओर से इंटर की शिक्षा प्राप्त कर
रहे विद्यार्थी चेतन उपाध्याय को शिक्षा के लिए एक वर्ष की फीस छात्रवृत्ति के रूप
में प्रदान की गयीं | इस कार्यक्रम के अंतर्गत श्रेष्ठ सजीधजी महिला प्रतियोगिता
में प्रथम किरण अट्टल, द्वितीय मौसमी भूतड़ा तथा तृतीय सरोज अग्रवाल रही |
निर्णायक के रूप में सकुंतला नावंदर,
पुष्प वर्मा एवं सुषमा बैद थीं | भाषण प्रतियोगिता का विषय त्यौहारों का हमारे
जीवन में क्या महत्त्व है पर सभी ने अपने विचार रखे | इसमें प्रथम विद्या
श्रीमाली, द्वितीय अंजना अट्टल तथा तृतीय तनूजा व्यास रही | शेष सभी प्रतियोगियों
को सांत्वना पुरस्कार दिये गये | कार्यक्रम का संचालन व सरप्राइज गेम श्यामलता
नावंदर सुरेखा ने खिलाया | दीपावली पर तम्बोला अंजना अट्टल तथा पूजा काबरा ने
खिलाया |
संपत देवी मुरारका
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद