आज 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन का समापन समारोह है।
आरंभ। हिंदी गीत की संगीतमय प्रस्तुति।...
भारत जननी एक हृदय हो - रामेश्वर दयालु दुबे
दुनिया के झगड़े निपटेंगे प्यार से मुस्कानों से|
अनुशंसा वाचन... आठों सत्र... क्रमश:। आरंभ।
और अब विश्व हिंदी सम्मान दिए जा रहे हैं |
सम्मान कर रहे हैं मारीशस के राष्ट्रपति। साथ में सुषमा स्वराज , मृदुला सिन्हा एवं अन्य।
अक्षर वृक्ष, प्रशस्ति पत्र और दुशाला।।।
इस सम्मेलन से भारत और मारीशस का खून का रिश्ता और गहरा हो गया है। भारत माता है तो मारीशस पुत्र। मारीशस हिंदी के लिए अपने कर्तव्य के लिए कटिबद्ध है। - अनिरुद्ध जगन्नाथ।
समापन भाषण। कार्यवाहक राष्ट्रपति, मारीशस।
केरल बाढ़ में मारे गए लोगों के प्रति भी संवेदना प्रकट की।
हिंदी सिनेमा में हिंसा और अभद्रता पर चिंता व्यक्त की।
संयुक्त राष्ट्र की 7वीं आधिकारिक भाषा बनाने के लिए हिंदी की पात्रता की चर्चा की।
एकजुट होकर इसे संभव करना होगा।
मारीशस के हिंदी रचनाकारों का उल्लेख किया।
हिंदी मेरी भाषा है --- कविता के साथ समापन भाषण पूरा किया।
धन्यवाद प्रस्ताव - एम जे अकबर
विदा, मारीशस!
यह तस्वीर २१-८-२०१८
प्रस्तुत कर्ता : संपत देवी
मुरारका, विश्व वात्सल्य मंच
murarkasampatdevii@gmail.com
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
मो.: 09703982136
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