संपत देवी मुरारका को “दीप शिखा”
सम्मान
प्रदत्त
ग्वालियर साहित्य कला परिषद्, ग्वालियर के
तत्त्वावधान में रविवार दि. 3 जनवरी 2016 को मध्य-प्रदेश के ग्वालियर शहर स्थित लक्ष्मीबाई
कॉलोनी कम्युनिटी हॉल, पड़ाव, के परिसर में लोकार्पण, अभिनन्दन,
सम्मान समारोह एवं बृहद काव्य
गोष्ठी के आयोजन संपन्न हुआ | ग्वालियर साहित्य कला परिषद् द्वारा “दीप शिखा सम्मान” श्रीमती संपत देवी मुरारका (निवासी हैदराबाद)
को प्रदान किया गया | इस अवसर पर चार
पुस्तकों का लोकार्पण भी संपन्न हुआ |
प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी देते हुए श्रीमती
संपत देवी मुरारका (अध्यक्ष, विश्व वात्सल्य मंच) ने आगे बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री
विवेक नारायण शेजवलकरजी (महापौर, ग्वालियर)
ने की |
मुख्य अतिथि श्रीमती डॉ.स्वतंत्र शर्माजी (कुलपति, राजा मानसिंह तोमर
संगीत एवं आर्ट यूनिवर्सिटी, ग्वालियर),
अतिविशिष्ट अतिथि श्री प्रदीप
चौबेजी (सुप्रसिद्ध हास्य कवि), विशिष्ट अतिथि श्री घनश्याम पिरोनियाजी (विधायक भांडेर), श्रीमती प्रिया
वच्छानी (थाणे, महाराष्ट्र), श्रीमती एकता सारदा (सूरत), श्रीमती मधुर परिहार (जोधपुर), श्री भरत मल्होत्रा (मुंबई) तथा डॉ.रमेश कटारिया ‘पारस’ (संस्थापक अध्यक्ष)
मंचासीन हुए |
प्रथम सत्र का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ
| मंचासीन
अतिथियों ने माँ शारदे की प्रतिमा का दर्शन-वंदन किया |
श्रीमती अमिता, ज्योति, सनमी, कटारिया, तारणी खेड़ेकर ने
सुमधुर स्वर में सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी |
सांस्कृतिक प्रस्तुति सौम्या, साक्षी, मान्या, मुदित, इरिका कटारिया ने
नृत्य एवं गायन द्वारा दी |
डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि
साहित्य एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को जोड़ने का काम करता है |
यह लोगों को अपनी माटी से अलग न
होने का संस्कार भी देता है और नई पीढ़ी को सही दिशा भी दिखाता है |
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महापौर श्री
विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि समाज को सही दिशा भी साहित्य दिखाता है | साहित्य और समाज
से ही देश का निर्माण होता है | इस मौके पर कमलेश कमल ने कहा कि साहित्यकारों
का सम्मान एक सराहनीय पहल है | इसमें देशभर के 14 राज्यों के 150 से ज्यादा महिला और पुरुष साहित्यकार उपस्थित थे |
हैदराबाद की वरिष्ठ लेखिका, कवयित्री तथा
पत्रकार श्रीमती संपत देवी मुरारका को उनके सम्पूर्ण व्यक्तित्व, कृतित्व एवं
साहित्यिक योगदान के लिए “दीप शिखा सम्मान” से विभूषित कर उनका अभिनन्दन किया, इसमें शाल, सम्मान पत्र, स्मृति चिह्न एवं
मोती माला कमलेश कमल एवं अन्य लोगों ने प्रदान किया |
इस अवसर पर चार पुस्तकों का विमोचन किया गया | इसके बाद कवि
सम्मेलन भी हुआ | इसमें
देशभर से पधारे कवि और स्थानीय कवियों ने रचना
पाठ किया | कार्यक्रम का संचालन कवयित्री कादंबरी आर्य ने किया |
आभार संस्था सचिव आरती खेड़ेकर ने
व्यक्त किया |
प्रस्तुति: संपत देवी मुरारका
प्रस्तुति: संपत देवी मुरारका
संपत देवी मुरारका
अध्यक्षा, विश्व वात्सल्य
मंच
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
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