गोपियो इन्टरनेशनल कल्चरल काउंसिल न्यूजीलैंड और
परिकल्पना संस्था, लखनऊ की साझा पहल
(सप्तम अंतरराष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन, न्यूजीलैंड)
समादरणीय महोदय/महोदया,
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी और हिंदी-संस्कृति को प्रतिष्ठित करने के लिए संस्था द्वारा, किये जा रहे प्रयासों और पहलों के अनुक्रम में आगामी 23 दिसंबर 2016 से 1 जनवरी 2017 तक न्यूजीलैंड में सप्तम अंतरराष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
सम्मेलन में हिंदी के आधिकारिक विद्वान, अध्यापक, लेखक, भाषाविद, पत्रकार ब्लॉगर, विद्वान, टेक्नोक्रेट एवं हिंदी प्रचारक भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन का मूल उद्देश्य स्वंयसेवी आधार पर हिंदी-संस्कृति का प्रचार-प्रसार, भाषायी सौहार्द्रता एवं सांस्कृतिक अध्ययन-पर्यटन का अवसर उपलब्ध कराना है।
उक्त अवसर पर आयोजित संगोष्ठी – हिन्दी की वैश्वकिता पर प्रतिभागी अपना आलेख पाठ कर सकेंगे। इसके अलावा प्रतिभागियों के लिए न्यूजीलैंड में सांस्कृतिक पर्यटन का अवसर भी उपलब्ध होगा। आपकी रचनात्मक भागीदारी को मद्देनज़र रखते हुए संस्था आपको सादर आमंत्रित करती है।
आयोजन में सम्मिलित होने की सहमति की स्थिति में प्रतिभागी को अविलंब आवश्यक रूप से राशि 1,48,000/- के साथ पासपोर्ट की छायाप्रति, दो कलर पासपोर्ट साइज फोटो, वायो डाटा, सहभागिता का विवरण ( जैसे आलेख पाठ, परिचर्चा में सहभागिता, अंतर्राष्ट्रीय मंच से काव्य पाठ, कला प्रदर्शनी, पुस्तकों का लोकार्पण आदि के विषय में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध करानी होगी) जमा करना होगा, जिसमें हवाई यात्रा सहित वीजा शुल्क भी सम्मिलित हैं।
प्रतिभागियों को न्यूजीलैंड की वैश्विक संस्था गोपियो इन्टरनेशनल कल्चरल काउंसिल की ओर से अंगवस्त्र, मानपत्र और प्रतीक चिन्ह भेंट स्वरूप प्रदान की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि जब न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में स्काई टावर पर शानदार आतिशबाजी के साथ नव वर्ष का सेलिब्रेशन शुरू होगा तो पूरी दुनिया के हिन्दी ब्लॉगर वहाँ उपस्थित रहेंगे। यह एक शानदार पल होगा जब हम नव वर्ष की पूर्व संध्या पर नए साल का आगाज करेंगे, क्योंकि पूरी दुनिया में न्यूजीलैंड एक ऐसा देश है जहां एक दिन पूर्व ही नव वर्ष मनाया जाता है। न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में स्काई टावर पर लोगों की भीड़ जुटती है, जहां लेजर शो का आयोजन और आतिशबाजी होती है। स्काई टावर को इस मौके पर खास तौर पर सजाया जाता है। नए साल की शुरूआत के साथ ही स्काई टावर रोशनी से नहा उठता है। स्काई टावर से निकलती आतिशबाजियों से पूरा ऑकलैंड जगमगा उठता है।
ऑकलैंड न्यूजीलैंड का एक ऐसा महानगर है, जहां ऑकलैंड सिविक थियेटर एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का महत्वपूर्ण विरासत तथा वायुमंडलीय रंगमंच है। इस थियेटर का निर्माण 1929 में हुआ था तथा अपनी मूल स्थिति में इसका वर्ष 2000 में पुनर्निर्माण किया गया। कोलकाता के हावड़ा ब्रिज की तरह यहाँ हार्बर ब्रिज है, जो केन्द्रीय ऑकलैंड और नॉर्थ शोर, ऑकलैंड का एक प्रतिष्ठित प्रतीक है। यहाँ का ऑकलैंड टाउन हॉल दुनिया के बेहतरीन ध्वनि संयोजन के लिए जाना जाता है। यहाँ एक ऑकलैंड युद्ध स्मारक संग्रहालय है जो ऑकलैंड डोमेन की प्रभावशाली नव-कलात्मक शैली के लिए जाना जाता है। यह बड़ी बहु प्रदर्शनी संग्रहालय 1929 में बनाया गया था। इसके अलावा रैलियों और कला उत्सव की साइट एओटिया स्क्वायर, एओटिया सेंटर शहर के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। ऑकलैंड के कैथोलिक कैथेड्रल सेंट पैट्रिक कैथेड्रल, जो एक 19 वीं सदी का गोथिक इमारत है तथा करनगहपे रोड ऊपरी केंद्रीय ऑकलैंड का एक सड़क है जो बार, क्लब तथा छोटे दुकानों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा यहाँ का केली तरल्टन सी लाइफ एक्वेरियम, न्यूजीलैंड समुद्री संग्रहालय, रानी स्ट्रीट मुख्य आकर्षण केंद्र है। इस शहर को नया आयाम देता है जो दक्षिणी गोलार्ध में सबसे बड़ा मुक्त खड़ी संरचना है, यह 328 मीटर (1,076 फुट) लंबा है और उत्कृष्ट मनोरम दृश्य के लिए जाना जाता है। इसके अतिरिक्त यहाँ के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में वेक्टर अरेना, पुल बेसिन, बेस्ट स्प्रिंग्स स्टेडियम, ऑकलैंड डोमेन, माउंट ईडन, माउंट विक्टोरिया तथा एक ट्री हिल है। बेहेक द्वीप जो हौराकी खड़ी में स्थित है दूसरा सबसे बड़ा द्वीप है और तटों, जंगलों, दाख की बारियां और जैतून के पेड़ों के लिए जाना जाता है। ये सभी स्थल इस महानगर को आयामीत करते हैं।
न्यूजीलैंड की यात्रा के क्रम में ऑकलैंड के बाद हमारा अगला पड़ाव हेमिल्टन होगा और इसके बाद रोटोरूया। । हैमिल्टन न्यूज़ीलैण्ड का चौथा सबसे बड़ा नगरीय क्षेत्र है। यह उत्तर द्वीप के वाइकाटो क्षेत्र में है, ऑक्लैण्ड से लगभग 130 किलोमीटर (80 मील) दक्षिण में। शुरुआत में यह कृषि सेवा केन्द्र था, परन्तु अब इसकी विविध और बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और यह सम्पूर्ण न्यूज़ीलैण्ड में दूसरा सबसेतेजी से उन्नति करता नगरीय क्षेत्र है। शिक्षा और अनुसंधान एवं विकास हैमिल्टन की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है !
यहाँ हम विश्व प्रसिद्ध "वाइटोमो ग्लोवार्म गुफा" के माध्यम से न्यूजीलैंड के नैसर्गिक सौन्दर्य का विहंगवालोकन करेंगे। विश्व प्रसिद्ध नाव की सवारी का आनंद लेते हुये सांस्कृतिक और प्राकृतिक इतिहास के 120 साल पुराने न्यूजीलैंड के ऐतिहासिक और भूवैज्ञानिक महत्व के इस अद्वितीय रोशनी के इस आकाशगंगा में प्रवेश करने के उपरांत आप तुरंत एक शांत वातावरण का अनुभव करेंगे और मोहित हो जाएँगे प्रकृति के इस अनुपम दृश्य को देखकर। यहाँ के अन्य आकर्षण में हेमिल्टन गार्डेन्स, वाईकाटो संग्रहालय, वाईकाटो स्टेडियम और हेमिल्टन ज़ू है जो हमारी यात्रा को सुखद और रोमांचक बनाने के लिए काफी है।
रोटोरूआ में मनोहारी झील, जंगल और जोखिम से भरी खूबसूरत भौगोलिक परिस्थितियाँ है जहां आने के बाद स्वर्गानुभूति होती है। यहाँ की सबसे पुरानी मओरी संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। रोटोरुआ दोनों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य है। यह अपने भूतापीय गतिविधि के लिए जाना जाता है। यह वनस्पति उद्यान और ऐतिहासिक वास्तुकला के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
नोट –
01. सहभागी प्रतिभागियों को निर्धारित समय के पहले दिल्ली के इन्दिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उपस्थित होना होगा।
02. प्रतिभागिता राशि "परिकल्पना" के नाम जमा कराना होगा । ICICI BANK ACCOUNT NO-695905600109 । BRANCH: Central Academy, Vikas Nagar, Lucknow । IFS CODE-ICIC0006959। संपर्क – Ravindra Prabhat – 09415272608 ।
03. उपरोक्त राशि केवल अनुमान के आधार पर है, हवाई टिकट समय और परिस्थितियों के साथ-साथ तथा अन्य खर्च अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में होने वाली हलचलों से प्रभावित हो सकता है, किन्तु पंजीयन के पश्चात आपकी सहभागिता राशि में किसी प्रकार की बृद्धि नहीं होगी।
04. मिनट टू मिनट कार्यक्रम विवरण पृथक से दिया जायेगा।
भवदीय: शुभेन्दु 'शुभ'
कोषाध्यक्ष: परिकल्पना
प्रस्तुत कर्ता : संपत देवी
मुरारका, विश्व वात्सल्य मंच
murarkasampatdevii@gmail.com
लेखिका यात्रा विवरण
अध्यक्षा, विश्व वात्सल्य मंच
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें