9 मार्च, 2018 को केंद्रीय हिंदी संस्थान, मैसूर के व्याख्यान कक्ष में डॉ. रामनिवास साहू की आत्मकथा "मुझे कुछ कहना है" के दूसरे खंड का विमोचन डॉ. ज्ञान चंद मर्मज्ञ (बेंगलूरु) ने किया। श्रीमती मर्मज्ञ भी साथ थीं। मुख्य वक्ता डॉ. बी. बालाजी (हैदराबाद) ने विमोचित पुस्तक की विस्तृत व्याख्या की। लेखक ने पहली प्रति डॉ. ऋषभदेव शर्मा को समर्पित की। रेलवे में हिंदी अधिकारी कांता रानी ने परिचय दिया। संचालन नेत्रावती ने किया तथा डॉ. रेखा अग्रवाल ने शुभकामनाएँ दीं.
प्रस्तुति: डॉ.ऋषभदेव शर्माजी
प्रस्तुत कर्ता: संपत देवी मुरारका, विश्व वात्सल्य मंच.
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लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
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