शनिवार, 17 मार्च 2018

"अनुवाद : परंपरा और प्रयोग" (2017. नई दिल्ली : तक्षशिला) डॉ. गोपाल शर्मा


डॉ. गोपाल शर्मा यों तो हैदराबादवासी हैं, मगर डेढ़ दशक से अंग्रेज़ी, भाषाविज्ञान और अनुवाद के प्रोफेसर के रूप में देश-विदेश में विचरण करते पाए जाते हैं। वे हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में समान अधिकार और समान गति से लिखते हैं। इस अवधि में उनके इन दोनों भाषाओं में कम से कम 20 ग्रंथ तो आ ही गए हैं। "अनुवाद : परंपरा और प्रयोग" (2017. नई दिल्ली : तक्षशिला) हिंदी जगत को उनकी अत्यंत उत्कृष्ट देन है जिसे उन्होंने भाषाविज्ञान के अपने गुरु प्रो. दिलीप सिंह को सादर समर्पित किया। अनुवाद को एक विषय की तरह पढ़ने वाले हर व्यक्ति के लिए अनिवार्य और अपरिहार्य ग्रंथ।

प्रस्तुति: डॉ. ऋषभदेवजी शर्मा 
प्रस्तुत कर्ता : संपत देवी मुरारका, विश्व वात्सल्य मंच 
murarkasampatdevii@gmail.com
लेखिका यात्रा विवरण
मिडिया प्रभारी
हैदराबाद
मो. : 9703982136

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें