पर कुछ और दीपावली संदेश
आ गया है दीप-पर्व, ले प्रकाश सब साथ होलें ।
अपने पर्व पर अपनी भाषा में, आओ अपनी बात बोलें ।।
आओ मन की गांठ खोलें, वाणी में मिठास घोलें ।
जलाकर प्रेम के दीपक, हृदय को प्रेम में भिगो लें ।।
वैश्विक हिंदी सम्मेलन की सजी है चौपाल यारो ।
सभी साथियों को यहाँ, शुभ दीपावली बोलें ।।
दीप पर्व पर हार्दिक शुभ कामनाये।
सफलता और समृद्धि का प्रकाश आपके जीवन को आलोकित करता रहे।
जगदीश जोशी संपादक -दै.लोकहित खबर,आई.एन.आई.न्यूज,
खबर भडास डाट काम @प्रात संयोजक -भारत तिब्बत सहयोग मंच (म.प्र)
आप सब को दीपावली पर मै अध्यक्ष त्रिवेणी साहित्य अकादमी की ओर से
आप सब को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
गीता डोगरा
दीपावली की बहुत बहुत बधाई
पारसमणि अग्रवाल.प्रधान सम्पादक,
E&E न्यूज पोर्टल www.newsene.com. 7524820277
खुशहाली ही खुशहाली हो ,सब के चेहरों पर लाली हो
हर कोई झूमे - लहराए ,घर - घर में यूँ दीवाली हो
अनगिनत शुभ कामनाएँ
प्राण शर्मा
अमावस की काली रातों में
रोशनियों के अंकुर बोते
मन के अंधियारे की चादरआशाओं के दीपक धोते तारों से दिपदिपती गलियां जगमग जगमग हो उजियाली तब मानूँगा मैं दीवाली।रंगोली से सजा के देहरीबीच प्यार का दीपक धर देस्नेह भरे मधुरिम दीपों में
खुशियों का उजियारा भर दे
और सजाकर बंदनवारें
घर आँगन में दो उजियाली
तब मानूँगा मैं दीवाली।
अधरों पर हैं हँसती किरणें
फुलझरियों सी ज्यों फुलवारी
मीठी-सी चुप्पी में गूंजें
आतिशियों की जो किलकारी
सतरंगीं कंदीलें झलकें
संबंधों की हो रखवाली
तब मानूँगा मैं दीवाली।
जब हर बेटी निर्भय होगी
अँधेरे पथ की राहों में
पढ़े व्याकरण उजियारे कानन्ही किरणों की बाहों में द्वार-द्वार चौखट चौखट पर दमके जब रिश्तों की थाली तब मानूँगा मैं दीवाली।
दीप पर्व की हार्दिक मंगलकामनाएं।
डॉ हरीश अरोड़ा, 9968723222
असतो मा सद्गमय , तमसो मा ज्योतिर्गमय
प्रकाश पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
-डा० यतींद्र कटारिया विद्यालंकार , धनौरा
प्रो. मोहनलाल छीपा
कुलपति
अ’टल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय, भोपाल,
Mob. – 09425018651, Phn. - 0755-2491051
Mob. – 09425018651, Phn. - 0755-2491051
हजारों वर्ष पहले की वज्जालग्गं की प्राकृत कविता कहती-
जोइक्खो गिलइ तमं तं चिय उग्गलइ कज्जल-मिसेण ज्योतिष्क / दीपक अंधकार को निगल जाता और उसे उगल देता काजल के बहाने और फैला देता प्रकाश चहुँ ओर और कहता- अत्त दीवो भव अर्थात आत्म-दीपक बनो पहले मिट्टी का दिया भी मानता था और उसे जलने वाला भी कि मिट्टी में प्राण होते हैं मिट्टी-जैसे और मिट्टी से भिन्न पर-जीवों में भी प्राण होते हैं इसीलिए मिट्टी का दिया आत्म-दीपक भी बनता था और पर-दीपक भी
----------------------आजकल दियों ने अन्धकार निगलना और काजल उगलना बंद कर दिया है और लोगों ने दूसरे प्राण-धारियों के प्राणों को प्राण मानना बंद कर दिया है दिनों-दिन संवेदना हमारी मर रही है और हम कह रहे हैं कि हम और-संवेदन-शील हो रहे हैं
क्यों जानते हैं न आप कि अब मिट्टी के दिए बनने कम हो गए हैं पता नहीं- अब के दिए रोशनी कर भी रहे हैं या नहीं क्योंकि सब ओर अँधियारा दिख रहा है
अरे ! ओ मेरे दोस्त !
इस २०१५ की दीपावली में सोने का दिया जलाते हो, तो जलाओ पर मिट्टी का एक दिया जरूर जलाना जो अंधकार निगले काजल उगले सब ओर रोशनी फैलाये और हम आत्म-दीपक बनें अपने-जैसे दूसरों में भी प्राण देखना प्रारंभ करें
और हो सके तो बनें पर-दीपक भी मिट्टी के दिए की तरह
आपका वृषभ प्र जैन
जोइक्खो गिलइ तमं तं चिय उग्गलइ कज्जल-मिसेण ज्योतिष्क / दीपक अंधकार को निगल जाता और उसे उगल देता काजल के बहाने और फैला देता प्रकाश चहुँ ओर और कहता- अत्त दीवो भव अर्थात आत्म-दीपक बनो पहले मिट्टी का दिया भी मानता था और उसे जलने वाला भी कि मिट्टी में प्राण होते हैं मिट्टी-जैसे और मिट्टी से भिन्न पर-जीवों में भी प्राण होते हैं इसीलिए मिट्टी का दिया आत्म-दीपक भी बनता था और पर-दीपक भी
----------------------आजकल दियों ने अन्धकार निगलना और काजल उगलना बंद कर दिया है और लोगों ने दूसरे प्राण-धारियों के प्राणों को प्राण मानना बंद कर दिया है दिनों-दिन संवेदना हमारी मर रही है और हम कह रहे हैं कि हम और-संवेदन-शील हो रहे हैं
क्यों जानते हैं न आप कि अब मिट्टी के दिए बनने कम हो गए हैं पता नहीं- अब के दिए रोशनी कर भी रहे हैं या नहीं क्योंकि सब ओर अँधियारा दिख रहा है
अरे ! ओ मेरे दोस्त !
इस २०१५ की दीपावली में सोने का दिया जलाते हो, तो जलाओ पर मिट्टी का एक दिया जरूर जलाना जो अंधकार निगले काजल उगले सब ओर रोशनी फैलाये और हम आत्म-दीपक बनें अपने-जैसे दूसरों में भी प्राण देखना प्रारंभ करें
और हो सके तो बनें पर-दीपक भी मिट्टी के दिए की तरह
आपका वृषभ प्र जैन
दीपावली की शुभकामना
विजय भार्गव
आप सब को। दीपावली पर मै अध्यक्ष त्रिवेणी साहित्य अकादमी की ओर से आप सब को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
गीता डोगरा
आज विश्व में प्रकाश पर्व अर्थात दीपावली बड़ी धूम-धाम से मनाई जा रही हैं । निराशा, दुःख, पीड़ा रूपी अँधेरे पर आशा,सुख,
आनंद रूपी प्रकाश का यह पर्व आप सबके जीवन में दीप-उत्सव मनायें ।
हमें बाहर और भीतर के अँधेरे को प्रकाश के अस्त्र से चीरना होगा। हमें अपना दीप स्वयं प्रज्वलित करना होगा।
पुनः आप को एवं आपके परिवार को प्रकाश पर्व (दीपावली)की हार्दिक शुभ कामनाएँ !
डॉ.सुनील जाधव,नांदेड
दीपावली की बहुत बहुत बधाई
पारसमणि अग्रवाल, प्रधान सम्पादक, E&E न्यूज पोर्टल
www.newsene.com, 7524820277
दिवाळी री राम राम सा
dr.rajendra barhath
दीपावली की शुभ कामनाएँ। सुख समृद्धि की बहार रोशनी से जगमगाए हमारा संसार।
प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी
आप की शुभकामनाएँ हमारी दिवाली को और भी अधिक प्रकाशित करेंगी. कृतज्ञ हूँ लोहनी जी.
सस्नेह,
इंदू प्रकाश पाण्डेय,जर्मनी, pandey <pandey@web.de>,
हमारी सद् भावनाओं और शुभेच्छाओं के मंगल-दीप आपके एवं आपके परिवार के जीवन में
सुख, सौभाग्य, समृद्धि का आलोक भर दे। आपका प्रगति-पथ प्रशस्त से प्रशस्ततर हो।
प्रोफेसर महावीर सरन जैन, सेवा निवृत्त निदेशक, केन्द्रीय हिन्दी संस्थान
India: Address: Sushila Kunj, 123, Hari Enclave, Chandpur Road, Buland Shahr-203001, India.
Mobile: 09456440756 / 08938840864 / 07409562277,USA : Address: 855 De Anza Court, Milpitas CA 95035 – 4504
Mobile: 09456440756 / 08938840864 / 07409562277,USA : Address: 855 De Anza Court, Milpitas CA 95035 – 4504
आपनै अर सगला वैश्विक परिवार नै दिपावली री घणैमान शुभकामनांवां
पद्म मेहता , Chief Editor,Daily Jaltedeep & Manak,JODHPUR - 342003
Mobile : 09828033900,Www.manak.org, Www.jaltedeep.org
वैश्विक हिंदी सम्मलेन से जुड़े सभी लेखकों एवं पाठकों को मेरी ओर से दीपावली की मंगल कामनाएं।
नव वर्ष आप सबको शुभ हो !! शुभ एवं लाभ
कादम्बरी मेहरा , अमेरिका
दीपावली के शुभ अवसर पर प्रथम शताब्दी के प्राकृत आगम कसायपाहुड की जयधवला टीका के एक महत्वपूर्ण सन्दर्भ के साथ हार्दिक शुभकामनायें -
"कत्तियमास किण्ह पक्ख चौदस दिवस केवलणाणेण सह एत्थ गमिय परिणिव्वुओ वड्ढमाणो ।अमावसीए परिणिव्वाण पूजा सयल देविहिं कया |"
अनेकान्त जैन anekant76@gmail.com
जय प्रकाश !! ... वह नहीं, जो हम बाहर जला-बुझा कर फेंकते हैं अौर अंधेरा गहरा होता जाता है
बल्कि वह जो हम सबके भीतर दीपता है ... जय प्रकाश !!
कुमार प्रशांत
कृपया प्रकाशोत्सव दीपावली- 2015 की हार्दिक मंगलकामनाएँ, , शुभकामनाएं स्वीकार कीजिए।
दीप आपके मन मंदिर को आलोकित करें, और आप सपरिवार सुखी, स्वस्थ, सम्पन्न और प्रसन्न रहें !
प्रो.नवीन चन्द्र लोहनी एवं परिवार ,अध्यक्ष हिंदी विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ ,पिन 250004 उत्तर प्रदेश भारत।
फोन-फैक्स 0121 -2772455 मो न . 09412207200
हमारी सद् भावनाओं और शुभेच्छाओं के मंगल-दीप आपके एवं आपके परिवार के जीवन में सुख, सौभाग्य, समृद्धि का आलोक भर दे।
आपका प्रगति-पथ प्रशस्त से प्रशस्ततर हो।
Hari & Kum Kum, ( Brig H M Pant ( Veteran ), Krishna Kunj,Bhimtal PIN- 263136,Nainital (U.K.)
विश्व हिंदी सचिवालय, मॉरीशस
फीजी में दीपावली - एक छोटे से दिए की ताकत
मेरी , सरोज जी और फीजी से सभी हिंदी प्रेमियों की ओर से सभी मित्रों को दीपावली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा, भैया दूज की बहुत - बहुत शुभकामनाएँ -
पिछले कुछ समय से फीजी में हिंदी का दीप और शक्ति से प्रज्जवलित हो उसके लिए कुछ विनम्र प्रयास किए हैं,भारतीय हाईकमीशन,
सुवा के फेसबुक पेज-HINDI IN FIJI पर फीजी में हिंदी संबंधी गतिविधियां उपलब्ध हैं। इसी प्रकार फीजी में हिंदी संबंधी जानकारी के लिए
फीजी में हिंदी ब्लाग बनाकर साहित्य आदि की जानकारी एक स्थान पर एकत्र करने का प्रयास शुरू किया है।
विश्व हिंदी सम्मेलन में फीजीदारी भी इसी प्रकार का एक सफल प्रयास था। इसमें सभी हिंदी सेवियों, विद्वानों का सहयोग प्राप्त हो रहा है।
इसी क्रम में मेरे अपने ब्लाग से कविता की कुछ पंक्तियों के साथ दीपावली की बहुत - बहुत शुभकामनाएँ ।
दीपक अनंत ऊर्जा का स्रोत इसलिए है - कि वह भी तो आखिरकार सूर्य का पुत्र है..
सच्चाई तो यह है कि जीवन संघर्ष में - भीतर- बाहर का प्रकाश ही सफलता का सूत्र है
अनिल शर्मा, फीजी
महालक्ष्मि नमस्तुभ्यम्, नमस्तुभ्यम् सुरेश्वरि
हरिप्रिये नमस्तुभ्यम् नमस्तुभ्यम् दयानिधे|
Wishing you a happy and prosperous Diwali,
Divya Mathur FRSA, Vatayan Poetry on South Bank,Mobile : 07770775314
वैश्विक हिंदी सम्मेलन, मुंबई
वेबसाइट- वैश्विकहिंदी.भारत / www.vhindi.in
प्रस्तुत कर्त्ता
संपत देवी मुरारका
अध्यक्षा, विश्व वात्सल्य
मंच
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
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