कुछ विचार -कुछ समाचार
डॉ. विनोद कुमार मिश्र के 'विश्व हिंदी सचिवालय' मॉरीशस के महासचिव पद पर मनोनीत होने पर
'वैश्विक हिंदी सम्मेलन, मुंबई' की ओर से हार्दिक बधाई व स्वागत ।
डॉ. एम.एल. गुप्ता ''आदित्य'
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विश्व हिंदी संस्थान, नीदरलैंड की निदेशक व साहित्यकार प्रो. डॉ. पुष्पिता अवस्थी से
लोकसभा चैनल पर प्रसारित भेंटवार्ता निम्न लिंक पर देखें।
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इस अंक में
"आवरण" में पढ़ें कबीर पर विशेष आलेख
अमेरिका से -
डॉ. सुरेश राय : "कबीर की उलटबांसी", डॉ. शैलजा सक्सेना : "सुनो भई साधो "
गुलशन मधुर : "सुरत निरत के भेद", मीरा गोयल : "अविस्मरणीय कबीर"
डॉ. मृदुल कीर्ति : "कबीर के मायने", रमेश जोशी : "दास कबीर जतन ते ओढ़ी"
नीना वाही : "भया कबीर उदास", डॉ. सरोज अग्रवाल : "माया महा ठगनी"
पुष्पा सक्सेना : "कबिरा खड़ा बाज़ार में"
ऑस्ट्रेलिया से -
हरिहर झा : "कबीर का समाज", नवोदिता माथुर : "साधो, सहज समाधि भली"
डॉ. दिनेश श्रीवास्तव : "कबीर गरब न कीजिये"
नीदरलैंड से -
प्रो. मोहनकान्त गौतम : "हमन है इश्क मस्ताना"
सउदी अरब से -
डॉ. अनिल प्रसाद : "मन रे जागत रहिये भाई"
"विमर्श" में पढ़ें -
पुरुषोत्तम अग्रवाल : "धर्म कर्म कछु नहीं उहंवां"
उदयन वाजपेयी : "ज्यों की त्यों धर दीनी चदरिया"
ध्रुव शुक्ल : "लागा चुनरी में दाग़"
हेम चन्द्र सिरोही : "द्विविधा भंजक कबीर"
"लोक में कबीर" में पढ़िये -
बुन्देली, बघेली, मालवी, निमाड़ी, राजस्थानी, छत्तीसगढ़ी, भोजपुरी, मैथिली में कविताएँ
"रम्य-रचना" में पढ़ें - "कहत कबीर सुनो भई साधो"
शेष स्तम्भ
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नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, मुजफ्फरपुर
हमें आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि बैंक ऑफ़ इंडिया, आंचलिक कार्यालय, मुजफ्फरपुर के संयोजन में कार्यरत नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, मुजफ्फरपुर की वेबसाइट (www.narakasmuzaffarpur.co.in) के होम पेज पर नया मेनू “शब्द पहेलियाँ/कहानियाँ” जोड़ा गया है। इस मेनू के अंतर्गत प्रश्नोत्तरी, शब्द पहेली एवं लघु कहानियाँ औडियो के साथ उपलब्ध करवाई गई है। लघु कहानियाँ औडियो के साथ उपलब्ध करवाने का औचित्य यह है कि हिन्दी के शब्दों का उच्चारण सही ढंग से कोई भी व्यक्ति कर सके।इसके लिए हम राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के आभारी हैं, जिनसे हमने उक्त मेनू हेतु लिंक का यूआरएल साझा किया। हमारा इस लिंक को साझा करने का उद्देश्य यह है कि नराकास, मुजफ्फरपुर की वेबसाइट के साथ-साथ राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार की वेब साइट को संयुक्त रूप से जन-जन तक पहुँचाना और राजभाषा कार्यान्वयन का मार्ग प्रशस्त करना। ऐसे भी नराकास, मुजफ्फरपुर ने अपने लिए लक्ष्य ही निर्धारित कर लिया है : सभी लोगों के दिलों में राजभाषा हिन्दी के प्रति सम्मान एवं निष्ठा का भाव जागृत करने के साथ-साथ वसुधैव कुटुंबकम का भाव भी जागृत करना। हमें अपनी समिति की नवनिर्मित वेबसाइट के संबंध में इस देश के राजभाषा प्रेमियों के साथ-साथ विश्व के अन्य देशों में रह रहे हिंदीप्रेमियों की सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ लगातार प्राप्त हो रही हैं। हम आशान्वित हैं कि हमारी समिति अपने लक्ष्यों को पूरा करने में सफल होगी।हमारी समिति द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों से बैंक ऑफ़ इंडिया की राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र में श्रेष्ठ छवि निर्मित हुई है।.? साभार regards, निरंजन कुमार बरनवाल
सदस्य सचिव सह प्रबंधक (राजभाषा),
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, मुजफ्फरपुर,
बैंक ऑफ इंडिया,
आंचलिक कार्यालय, मुजफ्फरपुर (बिहार),
मो. 9934348133
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डॉ. एम.एल. गुप्ता ''आदित्य'
वैश्विक हिंदी सम्मेलन, मुंबई
वेबसाइट- वैश्विकहिंदी.भारत / www.vhindi.in
प्रस्तुत कर्ता: संपत देवी मुरारका, विश्व वात्सल्य मंच
murarkasampatdevii@gmail.com
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
mrsameertechnical
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