गोवर्धननाथ टंडन की
पुस्तकों ‘काव्य’, ‘कुहुकनी’ एवं ‘सुनहरी यादें’ का लोकार्पण संपन्न
सुलतान बाजार स्थित
श्री कृष्ण देवराय आंध्र भाषा निलयम के सभाकक्ष में 24 जनवरी 2015 शनिवार को कोलकाता से पधारे 91 वर्षीय कवि श्री गोवर्धननाथ टंडन की तीन
पुस्तकों का लोकार्पण क्रमश: अध्यक्ष डॉ.राधेश्याम शुक्ल (संपादक ‘भास्वर भारत’)
ने काव्या का, मुख्य अतिथि जैन
रत्न श्री सुरेंद्रमल लूणिया ने कुहुकनी का एवं विशेष अतिथि डॉ.अहिल्या मिश्र (संयोजिका, कादम्बिनी क्लब
हैदराबाद) ने सुनहरी यादें का लोकार्पण संपन्न किया | कार्यक्रम का शुभारंभ दीप-प्रज्जवलन से हुआ | सुषमा बैद ने
सुमधुर स्वर में सरस्वती वंदना प्रस्तुत की |
मंचासीन अतिथियों का सम्मान टंडन
परिवार द्वारा शाल, मोती-माला तथा पेन द्वारा किया गया |
मुख्य अतिथि श्री
लूणिया कवि को हार्दिक बधाई-शुभकामनाएं देते हुए इस कार्यक्रम के सुन्दर
संयोजन हेतु कवयित्री एवं गीतकार श्रीमती सुषमा बैद की उनकी लगन-निष्ठां एवं
जिम्मेदारी से हर कार्य को सुनियोजित ढंग से संपन्न करने पर भूरी-भूरी प्रशंसा की | उल्लेखनीय है कि
श्रीमती बैद ने इन पुस्तकों का संपादन एवं भूमिका लिखी हैं |
सुषमा बैद ने प्रमुख वक्ता के
रूप में इन कृतियों का सुन्दर व विस्तृत परिचय देते हुए वयोवृद्ध कवि श्री टंडन जी
को शतायु होने की मंगलकामनाएं दी | विशेष अतिथि डॉ.अहिल्या मिश्र ने हैदराबाद में लोकार्पण
करवाने पर श्री टंडनजी को हार्दिक बधाई देते हुए भविष्य में और सतत सृजन करने हेतु
शुभकामना दी |
अध्यक्षीय वक्तव्य
में डॉ.राधेश्याम
शुक्ल ने कवि के संवेदनशील ह्रदय से निकली अनुभव परक उनकी स्वांत: सुखाय रचनाओं को
जन हिताय बतलाया | कई रचनाओं की पंक्तियों को रेखांकित करते हुए अति मार्मिक एवं ह्रदय-स्पर्शी बतलाकर
बधाई दी | देश के महाकवियों के मध्य रहने वाले कवि श्री टंडन जी ने अपनी प्रथम
नवीनतम तीनों कृतियों को हैदराबाद के मंच से लोकार्पित करवाने का अपना सपना पूर्ण
होने पर श्रीमती बैद को आशीर्वाद देकर उनकी कर्मठता की बहुत-बहुत प्रशंसा की |
इस अवसर पर कवि ने कई चुनिन्दा
कविताओं का पाठ किया | राजेश मुरारका (प्रधान सचिव,
विश्व वात्सल्य मंच) ने टंडन जी को शाल
उढ़ाकर उनका सम्मान किया एवं संपत देवी मुरारका (अध्यक्षा,
विश्व वात्सल्य मंच) ने यात्रा क्रम-तृतीय भाग पुस्तक
भेंट स्वरूप दी | कादम्बिनी क्लब, हैदराबाद की ओर से लक्ष्मीनारायण अग्रवाल, पवित्रा अग्रवाल
एवं संपत देवी मुरारका ने पुष्प-माला से उनका सम्मान किया | शहर की कई
संस्थाओं द्वारा भी टंडनजी का सम्मान किया गया |
पारिवारिक सदस्यों ने भी बधाइयां
दी एवं सम्मानित किया |
कवियों सहित इस अवसर
पर नगर के गणमान्यजन उपस्थित थे | राष्ट्र-गीत एवं अल्पाहार के साथ सुसंपन्न होने वाले
इस कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती राजल बैद ने किया एवं अंत में आभार प्रदर्शन, धन्यवाद-ज्ञापन श्रीमती
सुधा वर्मा ने किया |
संपत देवी मुरारका
अध्यक्षा, विश्व वात्सल्य मंच
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
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