11वीं और 12वीं में संस्कृत पढ़ाने की नीति फिर से शुरू करने का फैसला
केंद्रीय विद्यालय संगठन ने
कक्षा छठी से आठवीं तक तीसरी भाषा के तौर पर जर्मन की जगह संस्कृत को लागू करने के
बाद क्लास 11वीं और 12वीं में संस्कृत पढ़ाने की नीति फिर से शुरू करने का फैसला किया
है.
केवीएस ने सभी स्कूलों को भेजे
पत्र में संस्कृत पढ़ाने के लिए संविदा के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करने को
कहा है.अधिकारियों ने कहा कि चुनिंदा विषय के तौर पर संस्कृत के अध्यापन की नीति
थी लेकिन इसका कड़ाई से पालन नहीं किया जा रहा था और इसलिए 1980 के दशक से संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति रूक गई थी.
केंद्रीय विद्यालय के बोर्ड ऑफ
गवर्नर्स की 27 अक्तूबर को
हुई 99वीं बैठक में11वीं और 12वीं कक्षाओं में वैकल्पिक विषय
के तौर पर संस्कृत पर जोर देने का फैसला किया गया था । -- विजय कुमार
मल्होत्रा ,पूर्व निदेशक (राजभाषा),रेल मंत्रालय,भारत सरकार,
महामना मालवीय मिशन मुंबई इकाई द्वारा
दूसरी मालवीय स्मृति व्याख्यानमाला इस वर्ष रविवार 14 दिसंबर 2014 को
महामना मालवीय मिशन सोसायटी अधिनियम के तहत 1978 में बनारस
हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र द्वारा स्थापित पंजीकृत संस्था है जो महान
स्वतंत्रता सेनानी, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक और आधुनिक भारत के निर्माता
महामना मदन मोहन मालवीय के विचारों का प्रचार-प्रसार कर रही है
मिशन ने स्थापना के समय (लगभग 35 वर्ष) से युवाओं में राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण करने और देश के
विकास के लिए अनुकूल संस्कृति और काम के माहौल को बढ़ावा देने के लिए देश के
विभिन्न भागों में शैक्षिक और सामाजिक कल्याण परियोजनाओं के कार्यक्रम हाथ में लिए हैं । मिशन ने समाज के कमजोर
वर्गों, दलित वर्गों और जनजातीय लोगों के लिए भी कई सामाज-कल्याण कार्यक्रम
शुरू किए हैं।
पंडितजी की 150 वीं जयंती के अवसर पर मुंबई चैप्टर द्वारा मदन मोहन मालवीय मिशन सोसायटी द्वारा मालवीय स्मृति व्याख्यानमाला प्रारंभ की गई थी । प्रथम मालवीय स्मृति व्याख्यानमाला मुख्य भाषण भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा
दिया गया था, और अन्य वक्ता डा भीष्म नारायण सिंह, पूर्व राज्यपाल थे और श्री गिरिधर मालवीय, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश थे । कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 1000 लोगों ने भाग
लिया था।
दूसरी मालवीय स्मृति व्याख्यानमाला इस वर्ष रविवार 14 दिसंबर 2014, सुबह 10:00 बजे से नेशनल कॉलेज, बांद्रा के
सभागारमें आयोजित किया जा रहा है जिसमें प्रख्यात विद्वान डॉ सुब्रमण्यम
स्वामी मुख्य भाषण
देंगे।
केंद्रीय रेल
मंत्री माननीय श्री सुरेश प्रभु समारोह की अध्यक्षता
करेंगे। भवन निर्माता और सामाजिक
कार्यकर्ता श्री मंगल प्रभात
लोढ़ा सम्माननीय
अतिथि होंगे। साथ ही कई अन्य अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर उपस्थित होंगे।
आप रविवार 14 दिसंबर 2014 सुबह इस कार्यक्रम में सादर आमंत्रित हैं। कार्यक्रम नि:शुल्क है।
भवदीय
आनन्द शंकर पंडया डी.सी. गुप्ता
अध्यक्ष कार्यकारी अध्यक्ष.
(m) 09820608063
(m) 0932221519
संपत देवी मुरारका
अध्यक्षा, विश्व वात्सल्य मंच
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
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