बुधवार, 25 दिसंबर 2013
सोमवार, 16 दिसंबर 2013
कादम्बिनी क्लब की गोष्ठी आयोजित
कादम्बिनी
क्लब की गोष्ठी आयोजित
कादम्बिनी क्लब हैदराबाद के तत्वावधान में रविवार
दि. 15 दिसंबर को हिंदी प्रचार सभा परिसर में क्लब की मासिक गोष्ठी का आयोजन
संपन्न हुआ |
क्लब संयोजिका डॉ.अहिल्या मिश्र एवं कार्यकारी
संयोजिका मीना मूथा ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में सागे बताया कि 256वीं
मासिक गोष्ठी की अध्यक्षता जज महोदया वी.वरलक्ष्मी ने की | मुख्य अतिथि के रूप में श्री शिवकुमार तिवारी ‘कोहिर’, डॉ.मदनदेवी पोकरणा
(समीक्षा प्रस्तुतकर्ता) एवं डॉ.अहिल्या मिश्र (क्लब संयोजिका) मंचासीन हुए | श्रीमती शुभ्रा महंतो ने सुमधुर सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी | डॉ.अहिल्या जी ने उपस्थित सभा का स्वागत करते हुए कहा कि क्लब के 20 वें वर्ष
की यात्रा में सफलता का श्रेय हमारे सभी लेखक-लेखिका-साहित्यकार-श्रोताओं को जाता
है | क्योंकि आप लोग गोष्ठियों
में निरंतर आते जाते रहते हैं, संस्था चिरंतन है | संस्था ने निरंतर साहित्यिक चिंतन मंथन को केंद्र में रखते हुए
गतिविधियों को अग्रेसर रखा है | तत्पश्चात डॉ.मदनदेवी पोकरणा
ने डॉ.आनंद सुमन के संपादकत्व में देहरादून से प्रकाशित मासिक पत्रिका ‘सरस्वती सुमन’ पर अपने विचार रखें | उन्होंने कहा कि मुखपृष्ठ की रेखांकन कला आकर्षक है| आलेख, कहानी, लघुकथा, व्यंग्य, गजल, जन्मदिन एवं श्रद्धांजलि
सुमन को समाविष्ट करते हुए पत्रिका निश्चित ही पठनीय है | इससे पूर्व मुक्तक विशेषांक, दोहा विशेषांक आदि का भी स्तुत्य प्रयास संपादक जी का रहा है | विमोचित पत्रिका की भी जानकारी इसमें दी है | मुद्रण श्रेष्ठ है | आज के व्यस्ततम युग में
निरंतर नई-नई पत्रिकाओं का उदय हो रहा है, ऐसे में विगत दस वर्षों से सरस्वती सुमन पाठकों के बीच लोकप्रिय हो
रही है |
डॉ.अहिल्या मिश्र ने कहा कि पत्रिका में कुछ ऐसे
लेखक हैं जो निरंतर कई साड़ी पत्रिकाओं में मिल जायेंगे | धरोहर के रूप में मंटो की कहानी अपने युग में सर्वश्रेष्ठ मानी गई | कृष्णकुमार यादव, डॉ.महाश्वेता, सीताराम पांडे, अशोक भारती आदि के साहित्य
ने पत्रिका का स्तर बढ़ाया, विषयसूची में-- नाविन्य है | पत्रिका में विषय वैविध्य है | शिवकुमार ने संपादक मंडल को बधाई दी तथा वी.वरलक्ष्मी ने कहा कि सबतक
पत्रिका न पहुँच पाती, ऐसे स्थिति में उसपर की गई
समीक्षा श्रोता को परिचित कराती है |
सरिता सुराणा जैन ने सुझाव व्यक्त किया कि
कादम्बिनी क्लब की इस दो दशकों की यात्रा को संस्मारिका के रूप में प्रतिबद्ध किया
जाए जिससे संपूर्ण भारतवर्ष में दक्षिण में चल रहे इस कार्य से परिचित कराया जा
सके |
द्वितीय सत्र में डॉ.देवेन्द्र शर्मा एवं गुरुदयाल
अग्रवाल के आतिथ्य में कविगोष्ठी संपन्न हुई | इसमें जुगल बंग जुगल, सूरजप्रसाद सोनी, भावना पुरोहित, ज्योति नारायण, दर्शन सिंह, हेमांगी ठाकर, मीना मूथा, गुरुदयाल अग्रवाल, विनीता शर्मा, सरिता सुराणा जैन, डॉ.अहिल्या मिश्र, शिवकुमार तिवारी कोहिर ने विविध विषयों पर काव्यपाठ किया | डॉ.देवेन्द्र शर्मा ने अध्यक्षीय काव्यपाठ में क्लब के प्रयास को
प्रशंसनीय बताया | ज्योति नारायण ने आभार
व्यक्त किया | मीना मूथा ने कार्यक्रम का
संचालन किया |
संपत
देवी मुरारका
लेखिका
यात्रा विवरण
मीडिया
प्रभारी
हैदराबाद
रविवार, 15 दिसंबर 2013
“लेखक, पाठक और समकालीन समाज”
“लेखक, पाठक और समकालीन समाज”
समाज की परिस्थितियों से प्रभावित होकर ही
साहित्यकार कवि या लेखक अपनी रचनाएँ करते हैं | लेखक एक भविष्य दृष्टा होता है और समाज में
ममता, करुणा, प्रेम आदि आशयों
की पूर्ति के लिए ही वह अपनी कलम थामता है और काव्य लिखता है | सन् 1900 से आज तक आधुनिक काल के लेखक, कवि अपनी रचनाओं
के माध्यम से समय की परिस्थिति के अनुरूप समाज में अपनी रचनाओं को प्रेषित करते
रहे हैं | यह पाठक पर निर्भर
करता है कि वह किस प्रकार की रचनाओं को प्रार्थमिकता देता है | सुसभ्य व
सुसंस्कृत साहित्य पढ़ने से मस्तिष्क का विकास होता है | एक अच्छा साहित्य
मस्तिष्क के लिए पौष्टिक आहार का कार्य करता है | जिस प्रकार पौष्टिक भोजन मस्तिष्क व शरीर को
सुदृढ़ और तंदुरुस्त रखता है | उसी प्रकार लेखक अपनी रचनाओं को पाठक तक
पहुंचाकर मस्तिष्क का विकार दूर कर उसे सुसभ्य बनाता है |
पाठक यदि अच्छे लेखकों द्वारा की गई रचनाओं को
पढ़ते हैं तो मन और मस्तिष्क दोनों विकसित होते हैं | आज के युग में
विज्ञान की उपलब्धियों की गणना नितांत कठिन है, टेलीफोन, सेलफोन, टेलीविजन जैसी सुविधाओं के प्राप्त होने पर कुछ
साहित्य प्रेमी साहित्यिक रचनाओं का अध्ययन खुले मन से करते हैं | आज के युग के पाठक
की रूचि अलग-अलग आयु सीमा के द्वारा विभाजित हो चुकी है | बुजुर्ग व्यक्ति
जहाँ धार्मिक प्रकरण या राजनैतिक उथल-पुथल में अपनी रूचि दर्शाते हैं, उसी तरह कुछ पाठक
हास्य-मनोरंजन की पुस्तकों को पढ़कर ही अपना समय व्यतीत करते हैं | परन्तु मनुष्य के
मस्तिष्क को विकसित करने के लिए एक अच्छे साहित्य की पढ़ने की आवश्यकता है, जिससे मस्तिष्क
संतुलित व सुदृढ़ रह सकता है | आज बाजारों में बिकने वाला अविकल साहित्य पढ़ने
से युवा वर्ग पतन की ओर अग्रसर हो रहा है |
आज के समकालीन समाज की ज्वलंत समस्या है “मादाभ्रूण” | यदि गर्भ में
मादाभ्रूण आ जाता है तो परिवार सतर्क हो उठता है, अल्ट्रासाउंड मशीनों की जांच द्वारा उस निरापद
भ्रूण को हेय दृष्टि से देखा जाता है | किसी तरह वह मादाभ्रूण धरती पर आ जाता है तो भी
वह परिवार द्वारा उपेक्षित होता है, परन्तु आज के युग में नारी धरती से आकाश पर
पहुँच गई है, परन्तु आज भी
समकालीन समाज द्वारा कहीं न कहीं उपेक्षित है | इस ज्वलंत समस्या का निवारण के लिए सरकार
द्वारा भरसक प्रयत्न करने के बावजूद मादाभ्रूण पर एक प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है |
साहित्य, लेखक समाज का आइना है, जिसे हम साहित्य
पढ़कर ही देख सकते हैं | साहित्य और समाज
का घनिष्ठ संबंध रहा है | साहित्य में वाद, सिद्धांत और उपदेश
होते हैं | पहले वे
व्यक्तियों पर प्रभाव डालते हैं | समकालीन परिस्थितियों का साहित्य पर समाज पर
प्रभाव अवश्य होता है | इस समय की धार्मिक, राजनैतिक
परिस्थितियों का प्रभाव समाज पर देखा जा सकता है | प्रभावित समाज कंप्यूटर, आधुनिक शिक्षा
प्रणाली पर आधारित है | फिर भी परिस्थिति
के साथ-साथ समकालीन समाज का प्रभाव अवश्य पड़ता है |
संपत देवी मुरारका
लेखिका यात्रा
विवरण
आजीवन सदस्य A.G.I.
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
शुक्रवार, 13 दिसंबर 2013
हिन्दी-कन्नड़ अनुवाद पुरस्कार-2014 के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित
हिन्दी-कन्नड़
अनुवाद पुरस्कार-2014 के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित
कमला गोइन्का फाउण्डेशन के प्रबंध न्यासी
श्री श्यामसुन्दर गोइन्का ने एक प्रेस विज्ञप्ति द्वारा बताया कि इस पुरस्कार के
अंतर्गत हिन्दी साहित्य के कन्नड़ में अनुवाद या कन्नड़ साहित्य के हिन्दी में
अनुवाद की गयी सर्वश्रेष्ठ साहित्यिक कृति (गद्य या पद्य दोनों में से किसी भी
विधा में) के लिए इक्कीस हजार राशि का "पिताश्री गोपीराम गोइन्का
हिन्दी-कन्नड़ अनुवाद पुरस्कार" हर दो वर्ष में एक बार दिया जाता है। यह
पुरस्कार कन्नड़-हिन्दी साहित्य की पारस्परिक समृद्धि के लिए दिया जाता है।
इस पुरस्कार के लिए 2004-2013 के बीच की अवधि में प्रकाशित अनुवाद की
पुस्तक की चार-चार प्रतियां (अनुवादित कृति की चार प्रति तथा मूलकृति जिसका अनुवाद
किया है उसकी चार प्रति) प्रस्ताव-पत्र एवं पासपोर्ट आकार की दो फोटो बैंगलोर
कार्यालय में 15
जनवरी 2014 तक भेजने का आग्रह किया है।
श्री गोइन्का जी ने यह भी बताया क नवोदित
साहित्यकारों के लिए (जिनकी उम्र 35 वर्ष से अधिक न हो) हिन्दी या कन्नड़ में
लिखी गयी पुस्तक प्रकाशन के लिए पंद्रह हजार रुपये तक के सहयोग पुरस्कार के लिए
वरिष्ठ युवा साहित्यकार को "हिरण्मय युवा साहित्यकार पुरस्कार" दिया
जाएगा। युवा साहित्यकार जिनकी उम्र 35 वर्ष तक है तथा जिनकी कोई पुस्तक प्रकाशित
नहीं हुई है या सिर्फ एक पुस्तक प्रकाशित हुई है, "हिरण्मय युवा साहित्यकार पुरस्कार" में
भाग ले सकते हैं। उन्हें अपनी अप्रकाशित पुस्तक की चार पांडुलिपि, आयु प्रमाण-पत्र व फोटो, प्रस्ताव-पत्र के साथ भेजनी होगी।
प्रविष्टि-पत्र नियमावली एवं अधिक जानकारी
के लिए बैंगलुरु कार्यालय में सचिव कमलेश यादव से ( पता - नंबर 6, केएचबी इंडस्ट्रियल एरिया, दूसरा क्रास, यलहंका न्यू टाउन, बैंगलूरु-560064. दूरभाष - 080-28567755, 28567756 मोबाइल नंबर 9620207976 इ-डाक - kgf@gogoindia.com or visit us
at: www.kgfmumbai.com. या साधारण पत्र द्वारा) संपर्क किया जा सकता
है।
संपत देवी मुरारका
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
सोमवार, 9 दिसंबर 2013
सम्मान समारोह आयोजित
सम्मान समारोह
आयोजित
इण्डिया काइंडनेस मूवमेंट के तत्वावधान में रविवार 8 दिसंबर 2013 को श्रीकृष्ण मुरारका पैलेस (बड़ी चावड़ी, हैदराबाद) में टेबल
टेनिस की स्वर्ण पदक विजेता नैना जायसवाल के सम्मान में सफल आयोजन संपन्न हुआ |
संस्था की अध्यक्ष संपत देवी मुरारका एवं
प्रधान सचिव राजेश मुरारका ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि नैना जायसवाल
(13 वर्षीय स्वर्ण पदक विजेता) के सम्मान में यह
समारोह रखा गया है | इस अवसर पर श्रीमती विजयलक्ष्मी काबरा (संस्था की
उपाध्याक्षा) अध्यक्ष, नैना जायसवाल (स्वर्ण पदक विजेता) मुख्य अतिथि, संपत देवी
मुरारका (संस्था, अध्यक्ष), हेमलता शर्मा (संस्था की सह सचिव), भाग्यलक्ष्मी जायसवाल, मास्टर आगस्त्य जायसवाल विशेष अतिथि
मंचासीन हुए | संपत देवी मुरारका ने उपस्थित सभा का स्वागत किया एवं सुमधुर स्वर
में सरस्वती वंदना प्रस्तुत की | श्रीमती मुरारका ने नैना जायसवाल का जीवन परिचय
पढ़कर सुनाया एवं खेल के क्षेत्र में उनके योगदान की प्रसंशा की | उन्होंने आगे कहा
कि निरंतर उन्नति के शिखर पर पहुंचती रहो यही मेरा शुभाशीर्वाद है | नैना जायसवाल
ने कहा कि माता-पिता
व कोच के आशीर्वाद से वह खिताब जीतने में सफल हुई | उन्होंने कहा कि डबल्स के फाइनल ईरान के साबा
सफारी व माशहिद से कड़ी चुनौती मिली | लेकिन
साथी मोमिता दत्ता के साथ 11-8, 9-11, 11-9, 11-6 से फाइनल जीत लिया | विजयलक्ष्मी काबरा ने कहा किनैना क सफल होने
में उसकी मेहनत के साथ-साथ इसके माता-पिता का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है इसलिए
उन्हें भी मैं धन्यवाद देती हूँ | उन्होंने आगे कहा कि नैना दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की
करती रहे यही मेरी शुभकामनाएं हैं | हेमलता शर्मा, अमित वेदी, राजेश मुरारका, सीता
अग्रवाल, आनिया अग्रवाल, सिमरन अग्रवाल, एकांश अग्रवाल, गीता अग्रवाल, लता व्यास,
तनुजा व्यास विनोद अग्रवाल एवं अश्विन कुमार ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये |
तनुजा व्यास ने संचालन किया |
तत्पश्चात संस्था के तत्वावधान में नैना जायसवाल एवं मंचासीन अतिथियों का संपत
देवी मुरारका, सिमरन अग्रवाल, एकांश अग्रवाल, एवं आनिया अग्रवाल ने शॉल, पुष्पगुच्छ से सम्मान किया | राजेश मुरारका ने धन्यवाद ज्ञापित किया |
संपत देवी मुरारका
(अध्यक्ष) इण्डिया काइंडनेस मूवमेंट
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
शनिवार, 7 दिसंबर 2013
स्वर्ण पदक जितने पर नैना जायसवाल सम्मानित
स्वर्ण पदक जितने पर नैना जायसवाल
सम्मानित
ईरान की राजधानी तेहरान में इंकलाब
स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित 9 वें फज्र कप-2013
जूनियर टेबल टेनिस टूर्नामेंट में 2
स्वर्ण पदक एक कांस्य पदक जीतने के उपलक्ष्य में द्रोणाचार्य अवार्ड ग्रहीता आरिफ अली,
कोच मीर कासिम अली, मिस्टर इण्डिया मोहतेशाम अली, ए.पी. टेबल टेनिस असोसिएशन की
सलेक्शन कमेटी के चेयरमैन व उपाध्यक्ष नरसिम्हा राव एवं श्रीमती संपत देवी मुरारका
ने 13 वर्षीय नैना जायसवाल का सम्मान किया |
अवसर पर आरिफ अली ने कहा कि खिलाड़ी के सफल
होने में खिलाड़ी की मेहनत के साथ-साथ कोच एवं माता-पिता का भी महत्वपूर्ण योगदान
रहता है | सकारात्मक सोच ही खिलाड़ी को सफल बनाती है | उन्होंने नैना के पिता
अश्विन कुमार जायसवाल की खिलाड़ी को निरंतर प्रोत्साहित करने के लिए सराहना की |
कोच मीर कासिल अली ने कहा कि नैना व
श्रीजा टेबल टेनिस में भारत की उम्मीद है | उन्होंने विश्वास जताया कि दिसंबर के
अंतिम सप्ताह में अजमेर में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता
में भी नैना खिताब जीतेगी |
मिस्टर इण्डिया मोहतेशाम अली ने ईरान में
नैना की जीत को देशवासियों के लिए बड़ा तोहफा बताया | उन्होंने नैना की फिटनेस पर
व्यक्तिगत तौर पर ध्यान देने आश्वासन दिया | संपत देवी मुरारका ने कहा कि निरंतर उन्नति के शिखर पर पहुंचती रहो यही
मेरा आशीर्वाद है | नैना ने कहा कि माता-पिता व कोच के आशीर्वाद से वह खिताब जीतने
में सफल हुई | खिलाड़ी ने कहा कि डबल्स के फाइनल ईरान के साबा सफारी व माशहिद से
कड़ी चुनौती मिली | लेकिन साथी मोमिता दत्ता के साथ 11-8, 9-11, 11-9, 11-6 से फाइनल जीत लिया |
अवसर पर संपत देवी मुरारका, राजेश
मुरारका, साईं प्रसाद रेड्डी, खुर्शीद हुसैन, अश्विन जायसवाल, डॉ.अविनाश जायसवाल, भाग्यश्री
जायसवाल, आरिफ अली, मीर कासिल अली, मोहतेशाम अली, नरसिम्हा राव आदि उपस्थित थे |
संपत देवी मुरारका
(अध्यक्ष) इण्डिया काइंडनेस मूवमेंट
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
गुरुवार, 5 दिसंबर 2013
अखाड़ो के वरिष्ठ संतो के सानिंध्य में “विश्व का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार गौ-रत्न पुरस्कार” आयोजित
“विश्व का
सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार गौ-रत्न पुरस्कार”
आयोजित
जगतगिरीगुट्टा स्थित श्री सालासर हनुमान
मंदिर में स्वामी सागर सिन्धुराजजी महाराज एवं वैकुण्ठवासुजी महाराज के सान्निध्य
में जारी गौ गोपाल कथा में गायों के बचाने के उपायों पर चर्चा की गयी | तत्पश्चात
गौ गोपाल कथा के अंतर्गत आयोजित सम्मान समारोह में ''सर्वदलीय गौरक्षा
मंच'' के संस्थापक धर्मवीर ठा० जयपाल सिंह
नयाल ने बताया कि आज 28 नवम्बर को श्री मांगेलाल भंडारी को एवं
श्री हनुमान कच्छावा को संयुक्त रूप से गौरत्न अवार्ड महामण्डलेश्वर स्वामी यातिन्द्रानंदगिरीजी महाराज जूना अखाड़ा, महामण्डलेश्वर स्वामी गोविन्द व्यासजी महाराज भोपाल मध्य प्रदेश, सूर्यापेट के
गौभक्त विधायक दामोदर रेड्डी जिनके पास देश का सर्वश्रेठ 30 लाख
का ओंगोल बैल है | कथा वाचक सागर सिन्धुजी
महाराज, मंच के अध्यक्ष प्रसन्न भंडारीजी एवं मंच के सभी पदाधिकारियों के साथ विजयलक्ष्मी
काबरा, संपत देवी मुरारका, अरुणा गुप्ता, जयश्री सुदर्शन, आलोक शुक्ला एवं अनेक
गणमान्य अतिथियों के सानिध्य में दिया गया |
संपत देवी मुरारका
(अध्यक्ष) इण्डिया काइंडनेस
मूवमेंट
लेखिका यात्रा
विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
भव्य कलश यात्रा के साथ गौ गोपाल कथा आरंभ
भव्य
कलश यात्रा के साथ गौ गोपाल कथा आरंभ
जगतगिरीगुट्टा स्थित श्री सालासर हनुमान मंदिर में पांच दिवसीय गौ गोपाल कथा (गौ भागवत कथा) आज भव्य कलश यात्रा के साथ आरंभ हुआ |
सर्वदलीय गौरक्षा मंच के सचिव डॉ.जपाल सिंह नयाल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार शनिवार 30 नवम्बर तक यह गौकथा जारी रहेगी | आज सुबह 9 बजे गौकथा वाचक स्वामी सागर सिंधुराजजी महाराज एवं सीतारामबाग़ के वैकुण्ठ वासुजी महाराज के सान्निध्य में कलश यात्रा निकाली गयी | मुख्य यजमान मोहनलाल सेन और सह-यजमान मुरलीधर पवार सह-परिवार गौकथा ग्रन्थ एवं श्रीमद्भागवत ग्रन्थ को सिर पर धारण कर यात्रा में शामिल हुए | दोपहर 3 बजे श्री सालासर हनुमान मंदिर में गौकथा आरंभ हुई | श्री राधे कृष्ण गौ सेवा समिति के अध्यक्ष संत हरिदासजी उदासीन का कथा वाचक महाराज के साथ स्वागत किया गया | आज श्रीमद्भागवत के 9वें एवं 10वें स्कन्द की कथा सुनाई गई | इस अवसर पर सर्वदलीय गौरक्षा मंच के मंत्री डॉ.जयपाल सिंह नयाल, कोषाध्यक्ष विजयलक्ष्मी काबरा, अरुणा गुप्ता, आलोक शुक्ला, रामदेश पाण्डेय, संपत देवी मुरारका, जयश्री सुदर्शन, कथा अध्यक्ष बालकिशन सांखला, नेमीचंद कुमावत, हरिराम कुमावत, प्रभु दयाल केड़िया, पान सिंह, हरीश केड़िया, राजू पालीवाल, ऐरावत सिंह राजपुरोहित, शंकर सिंह, पुजारी मिश्रा, सुमन अग्रवाल, श्याम अग्रवाल, आशुराम कुमावत, मनोज पालीवाल, महावीर सिंह, ओमप्रकाश, सुगुनाराम कुमावत, सुनील कुमार अग्रवाल, धर्मीचंद कुमावत, महेंदर सिंह, जीतेन्दर सिंह, अजीतराज उपस्थित थे |
गौकथा में सान्निध्य प्रदान करने हेतु मुख्य अतिथि के रूप में स्वामी यतीन्द्रानन्दगिरीजी महाराज गुजरात से पधारेंगे | वे गुरूवार, 28 नवम्बर को गौरत्न पुरस्कार का वितरण करेंगे | कार्यक्रम में सूर्यापेट विधायक दामोदर रेड्डी भी भाग लेंगे |
संपत देवी मुरारका
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
भाग्यनगर राजस्थानी महिला संगठनों का सामूहिक दीपावली स्नेह मिलन समारोह संपन्न
भाग्यनगर राजस्थानी महिला संगठनों का
सामूहिक दीपावली स्नेह मिलन समारोह संपन्न
भाग्यनगर राजस्थानी महिला संगठनों द्वारा
हैदराबाद-सिकंदराबाद में दूसरी बार सामूहिक दीपावली स्नेह मिलन समारोह विभिन्न
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच संपन्न हुआ | अवसर पर भारी संख्या में
विभिन्न महिला संगठनों की सदस्याएं उपस्थित थीं |
आज गांधी भवन के प्रकाशम हॉल में आयोजित
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि आईजीपी (कल्याण) डॉ.सौम्या मिश्र ने दीप
प्रज्वलन कर किया | अवसर पर उन्होंने महिलाओं द्वारा सामूहिक रूप से आयोजित
कार्यक्रम की सराहना करते हुए महिला शक्ति द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किये जा
रहे कार्यों की जानकारी दी |
कार्यक्रम की विशेष अतिथि एवं प्रतियोगिता
की निर्णायक श्रीमती कुमुद जैन ने भी अपने विचार रखते हुए महिलाओं की प्रगति व
उनके सृजनात्मक कार्यों की सराहना की | अवसर पर सूखे मेवे से आभूषण बनाने, दीप
फैन्सी रंगोली, हरा-भरा गार्डन इत्यादि की प्रतियोगिता आयोजित की गयी | अवसर पर
कार्यक्रम के अंतर्गत बैनर प्रस्तुति, चटपटे व्यंजन स्टाल, प्रदर्शनी-सह-विक्री,
गेम्स आदि के साथ-साथ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत बैनर प्रस्तुतिकरण
के साथ त्यौहारों की अनोखी प्रस्तुति, दीप नृत्य, घूमर, लघु नाटिका, अनेकता में
एकता, मेरा भारत महान इत्यादि कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये, जिसका भारी संख्या में
लोगों ने आनंद उठाया |
कार्यक्रम के दौरान सबसे बड़े संयुक्त
परिवार, 75 वर्ष से अधिक उम्र वाले सामाजिक बुजुर्ग
दंपत्ति का सम्मान किया गया | कार्यक्रम के अंत में महातम्बोला आयोजित किया गया |
नगरद्वय के 10-11 महिला संगठनों के साथ यह दूसरी बार भव्य
कार्यक्रम आयोजित किया गया | कार्यक्रम के माध्यम से आपसी मेल-मिलाप के साथ एक ही
छत के नीचे सामूहिक तौर पर दीपावली पर्व मनाया गया | अवसर पर विभिन्न त्यौहार जैसे
गणगौर, करवा चौथ, विनायक चतुर्थी, तीज, दीपावली, तुलसी विवाह इत्यादि पर्व के
महत्त्व की जानकारी दी गयी | कार्यक्रम में लीला बजाज, कमला सांखला, संपत देवी
मुरारका, संयोजिका मंजू लाहोटी, कलावती लड्ढा, प्रेमलता कांकाणी, राजेश्वरी पंडित,
कार्यक्रम संयोजिका पुष्पा बूब, शकुंतला राठी, सुधा गोयल, रत्नमाला साबू, उषा
मालपानी, कलावती जाजू सहित रमेश कुमार बंग, कैलाशनारायण भाँगड़ीया, सोहनलाल कड़ेल व
अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे |
संपत देवी मुरारका
(अध्यक्ष)
इण्डिया काइंडनेस मूवमेंट
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
शुक्रवार, 29 नवंबर 2013
संस्कार धारा का दीपावली स्नेह मिलन आयोजित
संस्कार धारा का दीपावली स्नेह मिलन
आयोजित
संस्कार धारा का दीपावली स्नेह मिलन
कार्यक्रम सुल्तान बाजार स्थित श्री नृसिंग मंदिर में आयोजित किया गया | इसमें लगभग
सौ महिलाओं ने भाग लिया | त्यौहारों को साथ मिलकर मनाने का आनन्द उठाया | संस्था
की संस्थापिका कलावती जाजू ने बताया कि त्यौहारों का हमारे जीवन में क्या महत्त्व
है | उन्होंने कहा कि भारत त्यौहारों का देश है | यहाँ त्यौहार अपने साथ एक सन्देश
लेकर आते हैं | दीपावली पर्व केवल दीपों का त्यौहार नहीं बल्कि, दीपों की यह
जगमगाती लौ हमारे अहंकार का विनाश कर प्रेम एवं सद्भावना, सुन्दर पवित्र विचार
उत्पन्न कर आदर्श जीवन बिताने का पर्व है | दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में कवयित्री
सम्मेलन का आयोजन किया गया |
इसमें भाग लेने वाली कवयित्रियाँ सुषमा
वैद, पुष्पा वर्मा, संपत देवी मुरारका, उमा देवी सोनी, सविता सोनी, तनुजा व्यास,
लीला बजाज, पूजा काबरा, शकुंतला चोकड़ा ने अपनी कविताओं द्वारा हास्य-व्यंग्य सहित
दीपावली पर्व की कवितायें पढ़कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया | संस्था द्वारा सभी को
स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया | संस्था की ओर से इंटर की शिक्षा प्राप्त कर
रहे विद्यार्थी चेतन उपाध्याय को शिक्षा के लिए एक वर्ष की फीस छात्रवृत्ति के रूप
में प्रदान की गयीं | इस कार्यक्रम के अंतर्गत श्रेष्ठ सजीधजी महिला प्रतियोगिता
में प्रथम किरण अट्टल, द्वितीय मौसमी भूतड़ा तथा तृतीय सरोज अग्रवाल रही |
निर्णायक के रूप में सकुंतला नावंदर,
पुष्प वर्मा एवं सुषमा बैद थीं | भाषण प्रतियोगिता का विषय त्यौहारों का हमारे
जीवन में क्या महत्त्व है पर सभी ने अपने विचार रखे | इसमें प्रथम विद्या
श्रीमाली, द्वितीय अंजना अट्टल तथा तृतीय तनूजा व्यास रही | शेष सभी प्रतियोगियों
को सांत्वना पुरस्कार दिये गये | कार्यक्रम का संचालन व सरप्राइज गेम श्यामलता
नावंदर सुरेखा ने खिलाया | दीपावली पर तम्बोला अंजना अट्टल तथा पूजा काबरा ने
खिलाया |
संपत देवी मुरारका
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
गुरुवार, 14 नवंबर 2013
भाग्यनगर राजस्थानी महिला संगठनों की दीपावली स्नेह मिलन के लिए बैठक आयोजित
भाग्यनगर राजस्थानी महिला संगठनों की
दीपावली स्नेह मिलन के लिए बैठक आयोजित
भाग्यनगर राजस्थानी महिला संगठनों की बैठक
सुलतान बाजार स्थित राजस्थानी प्रगति समाज के भवन में आयोजित की गई | दीपावली
स्नेह मिलन का आयोजन शनिवार, 23 नवम्बर को अपराह्न 4
बजे से रहेगा | इस आयोजन का लक्ष्य विभिन्न राजस्थानी महिला संगठनों
द्वारा मिल जुलकर एक ही मंच पर कार्यक्रम आयोजित करना है |
आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार,
संयोजिका रत्नमाला साबू के निर्देशन में इसे मिल-जुलकर मनाने का निर्णय लिया गया |
इसमें हैदराबाद-सिकंदराबाद मारवाड़ी महिला संगठन, श्री राजस्थानी महिला संगठन शमशेरगंज,
राजस्थानी प्रगति महिला विभाग, आंध्र-प्रादेशिक मारवाड़ी महिला संगठन, सिकंदराबाद
माहेश्वरी महिला संगठन, महाराजगंज महिला मंडल, राजस्थानी महिला मंडल, चेलापुरा,
माली महिला समाज, राजस्थानी महिला संगठन, इसामिया बाजार, आदि द्वारा भव्य मेला का
आयोजन किया जायेगा | कार्यक्रम में सभी जातियों के परिवार को आमंत्रित किया | इस
दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं दोपहर एक बजे से सूखे मेवे के गहने, फैंसी दीप
रंगोली, हराभरा गार्डन सजाना राखी गई है | सम्मान पुरस्कार में एक सबसे बड़ा
संयुक्त परिवार एक साथ रहते हैं, द्वितीय 75 वर्षके
ऊपर के सामाजिक बुजुर्ग दंपत्ति का सम्मान, राष्ट्रीय स्तर पर 2010 से 2013 तक पुरस्कृत व्यक्ति का सम्मान आदि रहेंगे
| स्टालों के लिए संपर्क किया जा सकता है |
इस बैठक में रत्नमाला साबू, मीना सारडा,
संपत देवी मुरारका, जयश्री सुदर्शन, गीता बाई अग्रवाल, चन्द्रकला बंग, शकुंतला
राठी, प्रेमलता तापडिया, पुष्प बूब, सुमित्रा राठी, शोभादेवी तोष्णीवाल, मंजू
परवाल, उर्मिला भट्टड़ आदि उपस्थित थे |
संपत देवी मुरारका
(अध्यक्ष) इण्डिया काइंडनेस मूवमेंट
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
शनिवार, 9 नवंबर 2013
बुधवार, 6 नवंबर 2013
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