शुक्रवार, 28 सितंबर 2012

कादम्बिनी क्लब की गोष्ठी संपन्न


कादम्बिनी क्लब की गोष्ठी संपन्न









कादम्बिनी क्लब की गोष्ठी संपन्न

कादम्बिनी क्लब हैदराबाद की मासिक गोष्ठी रविवार दिनांक 16 सितम्बर 2012 को दिन में 12.00 बजे से हिन्दी प्रचार सभा में संपन्न हुई | डॉ. अहिल्या मिश्र ने प्रेस विज्ञप्ति दी है कि इस अवसर पर प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने अध्यक्षता की, श्री हंसराज सोनकर जू.प्रबंधक सर्वे ऑफ इण्डिया सम्मानीय अतिथि, श्री दयानाथ झा एवं डॉ. अमरनाथ मिश्र विशेष अतिथि तथा विशेष कवि के रूप में विनय कुमार झा मंचासीन हुए | श्रीमती ज्योति नारायण के सरस्वती वन्दना से कार्यक्रम आरम्भ हुआ | डॉ. अहिल्या मिश्र ने सभी का स्वागत करते हुए क्लब की गतिविधियों पर प्रकाश डाला एवं कार्यक्रम के प्रथम चरण का संचालन किया |

श्री विनय कुमार झा ने अपनी चुनी हुई पाँच कविताओं का पाठ किया | हिन्दी दिवस, विशेष करुणा, पहला दीप जलाओ, तमसोमाँज्योतिर्गमय एवं माँ कविता का पाठ किया | इस पर परिचर्चा में भाग लेते हुए लक्ष्मीनारायण अग्रवाल ने अपने विचार रखे कि विनय जी एक वैज्ञानिक है और कवि का संवेदन शील हदय हैं | मुझे उनसे जैसी अपेक्षा थी उसपर वे खरे उतरे हैं | इनकी रचनाओं में भौतिक चिंतन मौजूद है | कविताएँ समसामयिक हैं | कवि के अंदर कवित्व है | रचनाओं में लगातार व्यंग्य दिखाई देता है | विनय जी एक सशक्त व्यंग्यकार हैं | कविता के सभी तत्व इन रचनाओं में मौजूद हैं | डॉ. सीता मिश्र ने कहा कि ह्रदय की भावनाओं का गहन समावेश इनकी कविताओं में दिखाई देता है | इनकी कविताएँ उत्कृष्ट है | ज्योति नारायण ने कहा कि प्रखर अनुभूतियाँ इनकी कविताओं में पायी जाती है | मुनीन्द्र मिश्र ने कहा कि इनकी कविताएँ भावनाओं से ओत-प्रोत हैं | साहित्यिक शैली का समावेश है |

डॉ.अहिल्या मिश्र ने परिचर्चा में भाग लेते हुए कहा कि विनय जी की कवितायेँ विज्ञान एवं जीवन को लेकर चलती हैं | ये ऐसे व्यंग्यकार हैं जो सकारात्मक पृष्ठ भूमि को लेकर चलते है | नकारात्मकता  के मार्ग से गुजरते हुए पुन: आशावादिता के साथ संपन्न है | हंसराज सोनकर ने कहा कि विनय कुमार जी ने व्यंग्य के माध्यम से कुछ न कहते हुए सभी कुछ कह जाते हैं | दयानाथ झा जी ने कहा कि विनय जी की कविताएँ ठेठ हिन्दी में है | मैथिल होते हुए भी इसका प्रभाव कहीं नहीं है | डॉ.अमरनाथ मिश्र ने कहा कि भाषा परिमार्जित है | माँ मुझे जाने दो में औघड़ शिव का रूप है, जो दुष्टों को नष्ट करते हैं |

प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने अध्यक्षीय टिप्पणी में कहा कि झा जी की रचनाएँ बहुत अच्छी हैं | विचारों की सम्पदा कवि के पास है एवं इसे गति देने की क्षमता कवि के पास है | कवि का छंदबद्धता पर बहुत अच्छा अधिकार है | मुक्त होते हुए भी कविताओं में छन्दोगता का निर्वाह हुआ है | लयात्मकता का प्रवाह निरंतर बना रहता है | जो कवि इनको साध लेता है वह वास्तव में कवि होता है | इनकी कविताएँ संवेदन शील है | संपत देवी मुरारका एवं जी. परमेश्वर ने भी अपने विचार रखे |

गोष्ठी के दूसरे चरण में एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया | इसमें श्री नरेंद्र राय अध्यक्ष, श्री दिलीप सिंह अतिथि एवं चंद्रमोहन कर्ण विशेष अतिथि तथा संचालक लक्ष्मीनारायण अग्रवाल के साथ सर्व श्री जगजीवनलाल अस्थाना शहर, भँवरलाल उपाध्याय, जी.परमेश्वर, डॉ.रमा द्विवेदी, डॉ.सीता मिश्र, संपत देवी मुरारका, हेमलता ठाकर, डॉ.अमरनाथ मिश्र, पवित्रा अग्रवाल, रेणुका सोनकर, डॉ. मिश्र, जुगल बंग जुगल, सूरज प्रसाद सोनी, दिलीप सिंह, एलिजाबेथ कुरियन मोना, विनीता शर्मा, मुनीन्द्र मिश्र, विश्वनाथ पेंढारकर, वी.वरलक्ष्मी, प्रो.ऋषभदेव शर्मा, विनय कुमार झा आदि ने कविता पाठ किया |

इस बीच हमारे शहर के कुछ प्रमुख व्यक्तित्व से हमें बिछुडना पड़ा | इस अपूरनीय क्षति में हमारे साहित्यकार एवं साहित्यानुरागी हैं | इनके संबंध में विचार रखे गए एवं उद्गार प्रकट किये गए | श्रद्धेय आ.धोंडीराव यादव जी, कादम्बिनी क्लब के संरक्षक एवं हिन्दी सेवी तथा वर्षों क्लब के साथ सक्रीय स्व. श्री चंद्रमौलेश्वर प्रसाद, साहित्यक व चिंतक एवं क्लब के साहित्य समीक्षक भगवानदास जोपट जी, हिन्दी सेवी एवं साहित्यकार आ.ब्रम्हदत्त मिश्र, कादम्बिनी क्लब की कार्यकारी मीना मुथा की माँ श्रीमती शोभा अग्रवाल को क्लब के सदस्यों की ओर से इनके आकस्मिक गोलोकवास होने पर उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की गई | इनके परिवार जनों को दुःख को बहन करने की शक्ति हेतु प्रार्थना की गई एवं दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई |

श्रीमती संपत देवी मुरारका
 मीडिया प्रभारी
हैदराबाद 
  


बुधवार, 26 सितंबर 2012

सर्वदलीय गौरक्षा मंच की बैठक आयोजित


सर्वदलीय गौरक्षा मंच की बैठक आयोजित






सर्वदलीय गौरक्षा मंच की बैठक आयोजित

गोपाष्टमी तथा अक्षय नवमी के अवसर पर आगामी 20 नवंबर से आयोजित किए जाने वाले विश्वस्तरीय दो दिवसीय गौरक्षा महासम्मेलन का उद्घाटन पथमेडा के संत गौऋषि दत्त शरणानंद जी महाराज के हाथों किया जाएगा |

सर्वदलीय गौरक्षा मंच हैदराबाद के तत्वावधान में रविवार 9 सितम्बर को सार्वजनिक बैठक मोजमजाही मार्केट के समीप बेगम बाजार स्थित होटल आई मेक्स इंटरनेशनल में मंच की विश्वस्तरीय गौरक्षा महासम्मेलन हेतु आयोजन किया गया, जिसमें सभी सदस्यों की सहमति से उक्त निर्णय लिया गया |

सम्मेलन के आयोजक सर्वदलीय गौरक्षा मंच की आज यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई कि इस अवसर पर प्रसन्न भंडारी (अध्यक्ष), नेमीचंद चौरडिया (मुख्य अतिथि), रामनिवास गुप्ता (विशेष अतिथि), डॉ. बिंदूजा महाराज बिंदू’, रामगोपालजी गोयनका, बृजभूषण बजाज, एवं विजयलक्ष्मी काबरा (कोषाध्यक्ष) मंचासीन हुए | विज्ञप्ति के अनुसार बैठक में गोपाल गौशाला के अध्यक्ष तुलसीराम बंसल ने पथमेड़ा के संत गौऋषि दत्त शरणानंद जी महाराज के हाथों सम्मेलन की शुरूआत करने का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी ने अनुमोदन किया | इसके बाद गोपाल गौशाला के मंत्री महावीर अग्रवाल ने भी अपने सुझाव पेश करते हुए गोबर तथा गौमूत्र से विभिन्न औषधियों का उत्पादन करने वाले और गाय तथा गौवंश के बारे में विस्तृत जानकारी रखने वाले गौसेवक शंकरलाल को भी विशेष रूप से आमंत्रित करने का सुझाव रखा, जिस पर भी सभी ने उसका अनुमोदन किया | इसके अलावा बैठक में देश के वरिष्ठ गौभक्त झूमरलाल टावरी को भी सम्मेलन का न्योता देने का निर्णय लिया गया |

बैठक का नेतृत्व करते हुए मंच के अध्यक्ष प्रसन्न भंडारी ने मुख्य अतिथि नेमीचंदजी चौरडिया को सम्मानित करते हुए शिवमंदिर गौशाला के विकास में दिये गए योगदान के लिए उनकी मुक्त कंठ से सराहना की | उन्होंने शिवमंदिर गौशाला को संचालन के लिए स्वयंपूर्ण बनाने में गणेशजी की ओर से दिये गये योगदान की भी सराहना की |

इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रामनिवास गुप्ता को उपाध्यक्ष शशिकांत अग्रवाल तथा कोषाध्यक्ष विजयलक्ष्मी काबरा ने सम्मानित किया | इस सम्मान के बाद संबोधित करते हुए रामनिवास गुप्ता ने गौरक्षा के लिए शुरू किये गये कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें सफल बनाने के अलावा प्रस्तावित विश्व स्तरीय गौरक्षा सम्मेलन को सफल बनाने में अपनी ओर से योगदान देने की भी घोषणा की | बैठक को संबोधित करते हुए डॉ.बिंदूजा महाराज बिंदूने संगठन की स्थापना के समय जिन बिंदुओं पर कार्य शुरू किया था, उनका विस्मरण नहीं होने देने की सलाह दी | रामगोपाल गोयनका जी ने भी अपने विचार व्यक्त किये | इसके बाद मंच की अगली बैठक का आयोजन आगामी 16 सितम्बर को करने की घोषणा की गई |

बैठक में धर्मीचंद कुमावत, सत्यनारायण रोहिवाल, आलोक शुक्ला, सम्पत देवी मुरारका, राम देशपांडे, अरुणा गुप्ता और कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया | ठाकुर जयपाल नयाल ने संचालन किया |
संपत देवी मुरारका
मीडिया प्रभारी




सोमवार, 24 सितंबर 2012

साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति की बैठक आयोजित


साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति की बैठक आयोजित


साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति की बैठक आयोजित

 साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति की बैठक श्रीमती शीला सोंथालिया की अध्यक्षता में सुन्दर चैंबर, उस्मानगंज दिनांक 17/9/12 को शाम 6 बजे आयोजित की गई

 संस्था की संस्थापक-अध्यक्ष डॉ. अहिल्या मिश्र एवं महा सचिव डॉ.रमा द्विवेदी ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस बैठक में पंचम साहित्य गरिमा पुरस्कार-2010   संबंधित  निर्णय लिया गया | यह निर्णय राष्ट्रीय निर्णायक मंडल एवं स्थानीय निर्णायक मंडल की सर्वसम्मति की स्वीकृति से लिया गया | पंचम साहित्य गरिमा पुरस्कार का आयोजन 14 अक्टूबर-2012  को आयोजित किया जायेगा |  इस अवसर पर कार्यकारिणी सदस्य पवित्रा अग्रवाल (कोषाध्यक्ष) लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, डॉ. त्रिवेणी झा, ज्योति नारायण, संपत देवी मुरारका (उपाध्यक्ष), भावना पुरोहित, भंवर लाल उपाध्याय, सुरेश जैन, प्रो. शुभदा वांजपे उपस्थित थे | ज्योति नारायण  के धन्यवाद ज्ञापन से बैठक समाप्त हुई |

                                                                                                                          डॉ. अहिल्या मिश्र 
संपत देवी मुरारका
मीडिया प्रभारी