कादम्बिनी का होली मिलन-पुष्पक विमोचन
संपन्न
कादम्बिनी क्लब हैदाराबाद्के तत्त्वावधान में रविवार दि.16 मार्च को कृष्णदेवराय सभागार में क्लब का होली मिलन श्री वी.के. भल्ला
की अध्यक्षता में आयोजित किया गया |
क्लब अध्यक्षा डॉ.
अहिल्या मिश्र एवं कार्यकारी संयोजिका मीना मूथा ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में
आगे बताया कि इस अवसर पर डॉ.राधेश्याम शुक्ल, प्रेमलता अग्रवाल, सिद्धार्थ गुप्ता,
सुरेन्द्र , रतनलालजी दुग्गड़, वेणुगोपाल भट्टड़, विशेष आमंत्रित अतिथि कवि विश्वामित्र
दधिच एवं डॉ. अहिल्या मिश्र मंचासीन हुए | कार्यक्रम का आरम्भ कल्पना डांग द्वारा
सरस्वती वंदना प्रस्तुति से हुई | मंचासीन अतिथियों के
करकमलो से दीप प्रज्ज्वलित किया गया | सदस्यों को गुलाल अबीर का टीका लगाया गया
तथा एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं दी गई | क्लब की ओर से मंचासीन अतिथियों का
पुष्पगुच्छ द्वारा सम्मान किया गया | मीना मूथा ने उपस्थित सभा का स्वागत किया |
डॉ. मिश्र ने स्वागत भाषण में कहा कि सभी सदस्यों का अपनत्व भरा सहयोग ही क्लब के
संगठन को मजबूती प्रदान करता है | पुष्पक का 25 वां
प्रकाशन क्लब की निरंतरता एवं संपादक मंडल के समर्पण को दर्शाता है |
तत्त्पश्चात डॉ. मदनदेवी
पोकरणा ने पुष्पक-25 का परिचय देते हुए कहा कि सशक्त संपादकीय
के साथ-साथ पठनीय रचनाओं का संग्रह प्रशंसनीय है | स्थानीय रचनाकारों के साथ-साथ विभिन्न
राज्यों के रचनाकारों का साहित्य शामिल है | भाग 25 तक
की यात्रा स्वयं ही इसकी उड़ान की कहानी कहता है | डॉ. राधेश्याम शुक्ल एवं मंचासीन
अतिथियों के करकमलों से पुष्पक-25 का तालियों की गूँज
में विमोचन संपन्न हुआ | संपादक मंडल की ओर से डॉ. रमा द्विवेदी ने कहा कि रचनाकार
टाइप करके रचना भेजें जिससे प्रूफ में अधिक गलतियाँ नहीं होगी | प्रबंधन एवं अर्थ
सहयोग साहित्य प्रकाशन में अहम् भूमिका निभाता है | लक्ष्मीनारायण अग्रवाल ने कहा
कि स्तरीय रचनाओं का ही चुनाव किया जाता है, रचना अधिक दीर्घ न हो और सामाजिक
साहित्यिक चेतना की बात रचना को विचारणीय बनाती है | ज्योति नारायण ने कहा कि
संस्था सर्वोपरि होती है, प्रत्येक सदस्य का फर्ज है कि वह संस्था की गतिविधियों
में सक्रियता बनाए रखें | डॉ. राधेश्याम शुक्ल ने होली पर्व का महत्त्व बताते हुए
कहा कि यह केवल उल्लास का ही नहीं बल्कि प्यार, भाईचारे का सन्देश लेकर आता है |
पुष्पक की 25 वीं उड़ान पर उन्होंने क्लब को बधाई दी |
सिद्धार्थ गुप्ता, सुरेन्द्र शर्मा, रतनलाल दुग्गड़, प्रेमलता अग्रवाल, वेणुगोपाल
भट्टड़ ने क्लब को होली की शुभकामनाएं दी | विश्वामित्र दधिच ने राजस्थानी फागुन
गीतों की विशेष प्रस्तुति दी | प्रथम सत्र का संचालन मीना मूथा ने किया | डॉ. रमा
ने क्लब सदस्यों को उनके जन्म-दिन, विवाह दिन एवं विशेष उपलब्धि पर जी. परमेश्वर,
पवित्रा अग्रवाल को बधाई दी |
द्वितीय सत्र में
लक्ष्मीनारायण अग्रवाल के सफल संचालन में हास्य-व्यंग्य को केन्द्रित करते हुए कविगोष्ठी
संपन्न हुई | इसमें भावना पुरोहित, नरहर देव, डॉ. देवेन्द्र शर्मा, वेणुगोपाल
भट्टड़, शिवप्रसाद तिवारी, अजीत गुप्ता, देवप्रसाद मयाला, डॉ. रमा द्विवेदी, सीता
मिश्र, ज्योति नारायण, संपत देवी मुरारका, लालचंद सिंह, सुरेश जैन, सुषमा बैद,
सत्यनारायण काकडा, डॉ. अहिल्या मिश्र, मीना मूथा, गुरुदयाल अग्रवाल, गौतम दीवाना,
सुनीता गुप्ता, प्रमोदकुमार पयासी, लक्ष्मीकांत जोशी, आशीष नैथानी, एल. रंजना,
सूरजप्रसाद सोनी, उमा सोनी, जी. परमेश्वर, विजय विशाल, विनीता शर्मा, एलिजाबेथ
कुरियन मोना, सरिता सुराणा जैन, एस.के. जैन, पवित्रा अग्रवाल, अशोक आर्य, हेमांगी
ठाकर, सिद्धार्थ गुप्ता, दर्शन सिंह ने काव्यपाठ किया | श्री वि.के. भल्ला ने
अध्यक्षीय काव्यपाठ किया | इस अवसर पर सुभाष डांग, अवनीश डांग, सी.एम्. दुग्गड़,
कैलाश भट्टड़, रत्नमाला साबू, भूपेन्द्र मिश्र, विमला जैन उपस्थित थें | सरिता
सुराणा जैन के धन्यवाद के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ |
संपत देवी मुरारका
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद
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