गुरुवार, 3 सितंबर 2015

चलो परिकल्पना की उड़ान भरने थाईलैंड षष्टम अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन (10 जनवरी से 14 जनवरी 2016), रविन्द्र प्रभात




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चलो परिकल्पना की उड़ान भरने थाईलैंड
षष्टम अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन (10 जनवरी से 14 जनवरी 2016)
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थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के हवाई अड्डे का नाम सुवर्ण भूमि है, यह आकार के मुताबिक दुनियां का दूसरे नंबर का एयर पोर्ट है, इसका क्षेत्र फल (563,000 square metres or 6,060,000 square feet). है। इसके स्वागत हाल के अंदर समुद्र मंथन का दृश्य बना हुआ है, पौराणिक कथा के अनुसार देवोँ और असुरों ने अमृत निकालने के लिए समुद्र का मंथन किया था, इसके लिए रस्सी के लिए वासुकि नाग, मथानी के लिए मेरु पर्वत का प्रयोग किया था, नाग के फन की तरफ असुर और पुंछ की तरफ देवता थे, मथानी को स्थिर रखने के लिए कच्छप के रूप में विष्णु थे। जो भी व्यक्ति इस ऐयर पोर्ट के हॉल में जाता है वह यह दृश्य देख कर मन्त्र मुग्ध हो जाता है ।

प्रस्तुत कर्त्ता
संपत देवी मुरारका
अध्यक्षा, विश्व वात्सल्य मंच
लेखिका यात्रा विवरण
मीडिया प्रभारी
हैदराबाद

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