मंगलवार, 21 फ़रवरी 2012

कादम्बिनी क्लब की साहित्यिक यात्रा संपन्न


  1. कादम्बिनी क्लब की साहित्यिक यात्रा संपन्न











कादम्बिनी क्लब की साहित्यिक यात्रा संपन्न
कादम्बिनी क्लब हैदराबाद, की तीन दिवसीय 12-14 फरवरी 2012 तक साहित्यिक यात्रा संपन्न हुई |

यहाँ जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यात्रा के अंतर्गत कादम्बिनी क्लब, अहिन्दी भाषी लेखक संघ-दिल्ली, हिन्दी अकादमी दिल्ली एवं गंगा साहित्य सभा-जलगांव (महाराष्ट्र) के संयुक्त तत्वावधान में नांदेड़ एजुकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित साइंस कॉलेज, नांदेड़ के पूरणमल लाहोटी सभागार में कवि सम्मेलन का आयोजन संपन्न हुआ | इस अवसर पर उद्घाटन कर्ता माननीय सत्यव्रत चतुर्वेदी, ( सांसद एवं उपाध्यक्ष राजभाषा समिति, भारत सरकार ), अध्यक्ष मा. डॉ. सरजेराव तिम्से ( कुलपति, स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाड़ा विश्व विद्यालय, नांदेड़ ), विशेष अतिथि सरदार हरविन्दर सिंह हंसपाल ( पूर्व सांसद एवं सदस्य, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग, भारत सरकार ), मा. डॉ. जी.एम. कलमसे, डॉ. वेंकटेश काब्दे, ज्ञानी अमरजीत सिंह, डॉ. अहिल्या मिश्र आदि मंचासीन हुए | कार्यक्रम संयोजक सुरजीत सिंह जोबन थे |

डॉ. अहिल्या मिश्र ने द्वितीय सत्र की अध्यक्षता की, जिसमें ‘अहिन्दी भाषी प्रदेश में हिन्दी लेखन’ विषय पर कई पत्र प्रस्तुत किये गए | डॉ. मिश्र ने आंध्र प्रदेश में हिन्दी लेखन पर सारगर्भित एवं तत्वपरक आलेख प्रस्तुत किया | प्रो.एच.एस.बेदी (अमृतसर) ने बीज व्याख्यान दिया | विनोद बब्बर (नई दिल्ली) मुख्य वक्ता थे | इस दौरान कई स्थानीय वक्ताओं ने भी प्रपत्र प्रस्तुत किए |

यात्रा के अंतर्गत संपन्न कवि सम्मेलन में कवि सुरेश जैन, कवयित्री डॉ. अहिल्या मिश्र, श्रीमती विनीता शर्मा, श्रीमती ज्योति नारायण, श्रीमती एलिजाबेथ कुरियन मोना, श्रीमती संपत देवी मुरारका, श्रीमती उमा सोनी, गौतम दीवाना, सूरज प्रसाद सोनी, के साथ अरुणा शुक्ला (नांदेड़), जुगल किशोर शुक्ला, ज्योति अर्चना, सुनील जाधव (नांदेड़), डॉ.एच.एस.बेदी (अमृतसर), प्रताप सिंह सोढ़ी (जालंधर), महेंद्र शर्मा (हरियाणा), रामकुमार निजात एवं डॉ. रामनिवास मानव (हरियाणा), मुनीष गोयल, किशोर व श्रीवास्तव (दिल्ली), सुरिंदर कौर ‘चिंगारी’ कवितापुरी (चंडीगढ़), डॉ. ज्वाला प्रसाद (मेरठ), खलील मंसूरी (उज्जेन), कृष्ण नारायण पांडेय (लखनऊ), अतुल त्रिपाठी, डॉ. संगमलाल भँवर, राकेश नागोरी (अहमदाबाद), रमेश कटारिया (ग्वालियर), हितेष कुमार हितैषी (खामगांव), ओमप्रकाश ध्यारण ‘दर्द’ (झांसी), डॉ.एम.के. मजूमदार (बालाघाट), डॉ. ज्योति गजभिये (मुंबई), कीर्ति वर्धन (मेरठ), महेंद्र कम्बोज (सहारनपुर), डॉ. रीता गौतम (मुंबई), डॉ. राचन ‘भारती’ (नासिक), प्रीति कांबले (बालाघाट), सुनील पारिक (कर्नाटक), कमल किशोर शर्मा, प्रियंका सोनी ‘प्रीत’(जलगांव), सुनील पांडे, परिमल लालवाणी, एकबाल असर (सभी जलगांव), ए.के.राज, किशोर (उत्तराखंड), सागर सूद (पटियाला) व मनोहर देहलवी (दिल्ली) के साथ स्थानीय 20 कवियों ने रचनाओं का पाठ किया |

स्थानीय संयोजक अरुणा शुक्ल के साथ महेंद्र शर्मा एवं प्रियंका सोनी ‘प्रीत’ ने काव्य संध्या का संचालन किया | राष्ट्रीय संयोजक सुरजीत सिंह जोबन के धन्यवाद से कार्यक्रम संपन्न हुए | इस अवसर पर दो पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया | ’खुशबू बनकर जिऊँगा’ सुरजीत सिंह जोबन की पुस्तक एवं नरेश मेहता के उपन्यासों में व्यक्त अवधान डॉ. अरुणा शुक्ला की पुस्तक ज्ञानी अमरजीत सिंह (नांदेड़ गुरुद्वारा के गुरु शिरोमणि) द्वारा लोकार्पण संपन्न हुआ | डॉ. जोगेश कौर (शिमला), डॉ. हरिसिंह सुमन ‘विष्ट’ (नई दिल्ली) एवं डॉ. हरिसिंह पाल (हिन्दी अकादमी दिल्ली) ने तृतीय सत्र में अतिथि एवं अध्यक्षता की | स्थानीय महा विद्यालय की ओर से सत्र का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापित किया गया |

गोदावरी नदी के पावन तीर पर गुरु गोविन्द सिंह के अंतिम कर्म-स्थली नांदेड़ में संपन्न इस त्रिदिवसीय संगोष्ठी में देश भर से पधारे लगभग 150 प्रतिभागियों के साथ स्थानीय साहित्यकार, बुद्धिजीवी एवं चिंतकों की भी अच्छी उपस्थिति रही | कार्यक्रम पूर्ण गरिमा एवं भव्यता के साथ संपन्न हुआ |


 संपत देवी मुरारका

हैदराबाद 












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